
अदिति तटकरे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Maharashtra Assembly Winter Session: बुधवार को विधानसभा में लाडली बहन योजना को लेकर रखे गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर सरकार की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन कर सरकार का निषेध किया। शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे गुट के विधायक सुनील प्रभु ने विस में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखा।
चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि 14,998 पुरुषों को 10 माह तक योजना का लाभदिया गया। इसी तरह से राज्य में लगभग 26 लाख बोगस लाभार्थी भी पाए गए हैं किंतु इनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई? इस संबंध में अब तक खुलासा नहीं किया गया।
प्रभु ने कहा कि 14,998 पुरुष लाभार्थियों पर कुल 5,136 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं जिसमें पुणे में 12.04 लाख, ठाणे में 1.35 लाख, नाशिक में 1.86 लाख, संभाजी नगर में 1.83 लाख, नागपुर में 95 हजार, मुंबई में 1.13 लाख और लातूर में 71 हजार बोगस लाभार्थी उजागर हुए हैं। लाडली बहन योजना में इतने भारी पैमाने में हुई धांधली की जांच करने और ऑडिट कर श्वेत पत्र जारी करने की मांग भी की।
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महिला व बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि लाडली बहन योजना का लाभ लेने के लिए कुल 2.63 करोड़ लोगों ने आवेदन किया था जिसकी जांच के बाद 2.43 करोड़ लाभार्थियों के आवेदन स्वीकार किए गए थे। राज्य सरकार की ओर से कई तरह की योजनाएं चलाई जाती है। इसके लाभार्थी भी अलग-अलग विभागों से संबंधित रहते हैं। इन विभागों से जानकारी मांगी गई थी, सूचना एवं तकनीकी विभाग से ही 26 लाख लाभार्थियों की जानकारी प्राप्त हुई थी जो अन्य योजनाओं का भी लाभ ले रहे थे।
2 माह में वसूली : तटकरे ने कहा कि पुरुष लाभार्थियों की तरह 8,000 ऐसे लाभार्थी उजागर हुए थे, जो सरकारी विभागों में काम कर रहे थे। इनसे वसूली की प्रक्रिया के लिए जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है। 2 माह के भीतर वसूली पूरी होने का आश्वासन भी उन्होंने दिया।






