"वो दिल्ली से जुड़े हैं, मैं तो एक सामान्य कार्यकर्ता" (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: महाराष्ट्र की राजनीति में बयानबाज़ी का दौर तेज़ होता जा रहा है। नागपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य सरकार में मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता गिरीश महाजन ने एक बार फिर से एकनाथ खडसे पर सीधा कटाक्ष करते हुए उन्हें राजनीतिक रूप से असहज कर दिया। भाजपा में दोबारा वापसी की अटकलों के बीच खडसे द्वारा दिए गए बयान पर महाजन ने चुटकी लेते हुए कहा कि “सुधाकर बडगुजर ने जब भाजपा जॉइन की तो एकनाथ खडसे साहब बोले मैं बडगुजर से बुरा नहीं, फिर भाजपा मुझे क्यों नहीं लेती? इससे साफ है कि वे भाजपा में वापसी को लेकर कितने व्याकुल हैं।”
गिरीश महाजन ने एकनाथ खडसे की ‘दिल्ली कनेक्शन’ पर निशाना साधते हुए व्यंग्यपूर्ण लहजे में कहा कि “मैं तो सिर्फ एक छोटा कार्यकर्ता हूं, खडसे जी तो सीधे दिल्ली के नेताओं से संपर्क में हैं। मैं उन पर क्या टिप्पणी करूं? वे तो राष्ट्रीय नेता हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि खडसे हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। “उनका नाम आमंत्रण पत्र में नहीं था, लेकिन फिर भी वे आ गए और चले भी गए,” महाजन ने यह टिप्पणी करते हुए राजनीतिक संकेतों को हवा दे दी।
नागपुर में विकास कार्यों की जानकारी देते हुए महाजन ने बताया कि कुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए नाशिक में सड़क चौड़ीकरण, रिंग रोड और बायपास कार्य तेज़ी से पूरे किए जा रहे हैं। नाशिक-सिन्नर मार्ग, द्वारका जंक्शन की जटिलताओं और बोगदे (टनल) के नए डिज़ाइन को लेकर MSRDC को निर्देश दिए गए हैं। “तीन महीने में इन कार्यों की शुरुआत हो जाएगी,” ऐसा उन्होंने स्पष्ट किया।
जब महाजन से नाशिक के पालकमंत्री पद को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस वहाँ हैं। उन्हें ही निर्णय लेना है। मैं केवल कुंभमेले के कार्यों के लिए ज़िम्मेदार हूँ। मुझे शैडो पालकमंत्री जैसा दर्जा मिला है, पर वास्तविक अधिकार नहीं हैं।”
एकनाथ खडसे की भाजपा में संभावित वापसी की चर्चा के बीच महाजन की यह टिप्पणी पार्टी के अंदर चल रहे सामरिक समीकरणों और दबावों की ओर भी संकेत करती है। क्या खडसे की वापसी अब दूर है या दिल्ली के दरवाज़े फिर खुलेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा।