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नागपुर. इन दिनों मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है. शुक्रवार को हुई बारिश के बाद शनिवार की सुबह फिर से बारिश ने हाजिरी लगाई. इस दौरान जेईई मेन परीक्षा देने के लिए घर से निकले छात्रों को भीगते हुए केंद्र तक पहुंचना पड़ा. बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी बारिश में भीगते रहना पड़ा. बारिश की वजह से कई छात्रों को केंद्र तक पहुंचने में दिक्कतें आईं.
इन दिनों जेईई मेन ऑनलाइन परीक्षा ली जा रही है. यह परीक्षा 15 अप्रैल तक चलेगी. परीक्षा दो शिफ्ट में ली जा रही है. सुबह 9 बजे के बाद दोपहर 3 बजे से परीक्षा ली जा रही है. इसके लिए छात्रों को करीब 1.30 घंटे पहले केंद्र में पहुंचना पड़ता है. परीक्षा के लिए वाडी औद्योगिक परिसर में 3 केंद्र बनाये गये हैं. शनिवार की सुबह से ही आसमान में बादल छाये हुये थे. करीब 6.30 बजे हिंगना टी पाइंट के पास से बारिश हुई. अचानक हुई बारिश ने बच्चों सहित पालकों को संभलने का मौका नहीं दिया. इस बीच कई पालक मेट्रो पुल के नीचे बारिश से बचने का प्रयास करते रहे लेकिन बारिश थमने का नाम ही नहीं ले रही थी. वहीं केंद्र पहुंचने की भी देरी हो रही थी. इस वजह से दोपहिया पर सवार पालक बारिश में भीगते हुए निकल गये.
– केंद्रों पर छात्रों से उनकी आईडी और 2 फोटो मांगे जाते हैं लेकिन बारिश की वजह से कई छात्रों के दस्तावेज भी भीग गये थे. बारिश को देखते हुए केंद्रों पर सुबह 8.45 बजे तक प्रवेश दिया गया. वाडी के तीनों केंद्रों के सामने दिनभर पालकों की भीड़ रही. कई पालक बच्चों का पेपर छूटने का इंतजार करते रहे. आसपास कहीं कोई शेड या बारिश से बचने की जगह नहीं होने से पालक भी बारिश में भीगते रहे.
– अभिभावकों का कहना था कि जेईई फर्स्ट टर्म की परीक्षा भी वाडी में ही ली गई थी. कोराडी, खापरखेड़ा, कामठी, कन्हान, तारसा, मौदा के पालकों का कहना था कि सिटी के भीतर केंद्र दिये जाने चाहिए ताकि छात्रों को पहुंचने में आसानी हो सके. वाडी औद्योगिक क्षेत्र में सिटी बस नहीं आती. इस हालत में पालकों को खुद की व्यवस्था से ही आना पड़ता है जो काफी महंगा साबित होता है.