Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • हेल्थ
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Diwali 2025 |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Donald Trump |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

देश में कोयला खत्म? WCL की 300 अंडरग्राउंड खदानें बंद, ध्वस्त हुई स्पलाई चेन!

Coal Supply Stopped: WCL कंपनी की सभी अंडरग्राउंड खदानों में कोयला उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया है। देशभर में 300 से अधिक कोयला खदानें प्रभावित हुई हैं, जिसका असर इन क्षेत्रों में पड़ने लगा है।

  • By प्रिया जैस
Updated On: Oct 16, 2025 | 07:53 AM

कोयला खदानें ठप (सौजन्य-IANS)

Follow Us
Close
Follow Us:

Western Coalfields Limited: इलेक्ट्रिक डेटोनेटर की जगह डिजिटल डेटोनेटर का उपयोग करने के आदेश के बाद कोल कंपनियों ने बदलाव को स्वीकार नहीं किया जिससे अब जब पानी सिर से ऊपर निकल गया है तब डीजीएमएस का डंडा इन कंपनियों पर पड़ा है। नतीजतन कोल इंडिया लि. (सीआईएल) की देशभर में स्थित 300 अंडरग्राउंड माइंस में उत्पादन या तो प्रभावित हो गया है यह फिर उत्पादन पूरी तरह से ठप पड़ गया है।

इससे कोयले की कमी होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो अब तक कंपनियां ‘स्टाक’ में रखे कोयले की आपूर्ति कर रही थीं लेकिन स्टाक भी खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है। कोल इंडिया की सहायक कंपनी वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड (वेकोलि) में भी कई खदानों में कोयला उत्पादन बंद होने और कुछ में प्रभावित होने की बात सामने आ रही है।

डिजिटल डेटोनेटर सुरक्षित

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने सुरक्षा चिंताओं और जन सुरक्षा के मद्देनजर अप्रैल 2025 से इलेक्ट्रिक डेटोनेटर के निर्माण, कब्जे और आयात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने अधिसूचना में कहा है कि केंद्र सरकार का मानना है कि इलेक्ट्रिक डेटोनेटर ‘खतरनाक’ प्रकृति का है, जबकि डिजिटल डेटोनेटर सुरक्षित है।

डीजीएमएस का सख्त कदम

जानकारों ने बताया कि पिलछे 1 वर्ष से प्रतिबंध लगाया जा रहा है और कोल कंपनियां बार-बार एक्सटेंशन ले रही थीं। 1 जुलाई को लगाए गए प्रतिबंध की अवधि 30 सितंबर को खत्म हो गई। कोल कंपनियों को उम्मीद थी कि इस बार भी डीजीएमएस उन्हें एक्सटेंशन दे देगा लेकिन डीजीएमएस ने ‘सुरक्षा’ को प्राथमिकता दी और एक्सटेंशन देने से इनकार कर दिया। इसके बाद कोल कंपनियों के समक्ष संकट पैदा हो गया है।

बताया जाता है कि 1 अक्टूबर से ही कोयले का उत्पादन ठप पड़ गया है। अंडरग्राउंड में ब्लास्टिंग नहीं होने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। बार-बार एक्सटेंशन मांगे जाने से डीजीएमएस खासा नाराज हुआ है। कोल कंपनियों का रुख भी पसंद नहीं आया और इसलिए एक्सटेंशन देने से इनकार कर दिया।

टारगेट और आपूर्ति पर पड़ेगा असर

सूत्रों ने बताया कि बारिश के पहले कंपनियां उत्पादन बढ़ा देती हैं, ताकि बारिश के दौरान कम उत्पादन का बैकलाग पूरा कर सकें। पिछले 15 दिनों से उत्पादन बंद होने के बाद इसी स्टाक का सहारा सप्लाई चेन को सुचारु रखने के लिए किया जा रहा था। अब स्टाक न्यूनतम स्तर पर पहुंच रहा है, इसलिए उद्योग सहित बिजली कंपनियां भी चिंतित हो गईं हैं। अगर समय पर उत्पादन शुरू नहीं होता है तो इन दोनों सेक्टरों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।

यह भी पढ़ें – खाली पदों के बोझ से मेडिकल ही ‘बीमार’, डॉक्टर-अधिकारी-नर्सों से लेकर सफाई कर्मियों के तक कई पद खाली

डिजिटल डेटोनेटर की लागत अधिक

जानकारों का कहना है कि कोल कंपनियां इसलिए आनाकानी कर रही है क्योंकि डिजिटल डेटोनेटर की लागत काफी अधिक है। इलेक्ट्रिक डेटोनेटर जहां 7 रुपये में आता है वहीं डिजिटल डेटोनेटर 300 रुपये का है। दोनों के इस्तेमाल से अंडरग्राउंड में 1 टन कोयला और ओपन में 500 किलो कोयला निकलता है, इसलिए लागत के अनुसार डिजिटल मॉडल काफी महंगा हो रहा है और कोल कंपनियां इसे स्वीकार नहीं कर पा रही हैं।

37,893 टन उत्पादन प्रभावित

इस बीच, वेकोलि का कहना है कि 17 अंडर ग्राउंड माइंस हैं जिनमें प्रति दिन 7,300 टन कोयला उत्पादन होता है। पुराने कॉपर डिले डेटोनेटर (सीडीडी) का स्टाक होने से कुछ दिनों तक उत्पादन संभव हो सका है लेकिन 2 दिन पूर्व स्टाक खत्म हो गया है जिसके कारण 15 खदानों में उत्पादन पूरी तरह से बंद हो गया है। 2 खदानों में इलेक्ट्रॉनिक्स डेटोनेटर का ट्रायल रन शुरू कर दिया गया है। अब तक 37,893 टन कोयला उत्पादन का नुकसान वेकोलि को उठाना पड़ा है।

India running out of coal wcl 300 mines shut down supply chain collapsed

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 16, 2025 | 07:53 AM

Topics:  

  • Coal Mining
  • Coal Supply
  • Maharashtra
  • Nagpur

सम्बंधित ख़बरें

1

Sambhajinagar: मंत्री दादा भुसे के नाम पर 5 लाख की ठगी, युवक से वन विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा

2

राज के तंज पर डिप्टी सीएम अजित पवार का पलटवार- नकल करने वाले नकल करते रहेंगे, मैं मेहनतकश आदमी हूं

3

राज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजित पवार की मिमिक्री कर मचाया हंगामा, बोले- ऊंची आवाज में…

4

Supreme Court का बड़ा फैसला, बाल भारती-पौड फाटा रोड प्रोजेक्ट के लिए अब पर्यावरण मंजूरी जरूरी

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.