अजित पवार और संजय खोडके (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur News: पार्टी में अनुशासन स्थापित करने, संगठनों पर पैनी नजर रखने और पार्टी नेतृत्व तथा संगठन के बीच समन्वय बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में संगठन महामंत्री का पद अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस पद पर बैठा व्यक्ति पार्टी और पदाधिकारियों के बीच एक कड़ी का काम करता है और कई महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय इस पदाधिकारी का विशेष महत्व होता है।
इस महत्व को समझते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) ने भी अब ‘संगठन महामंत्री’ का पद सृजित किया है। विदर्भ क्षेत्र के अमरावती से विधान परिषद सदस्य विधायक संजय खोडके को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस कदम से स्पष्ट होता है कि राष्ट्रवादी (अजित पवार गुट) ने अब पश्चिमी महाराष्ट्र और अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ विदर्भ पर भी ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है।
विधायक खोडके राष्ट्रवादी पार्टी की स्थापना के समय से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं। मंत्रालयों में कई वर्षों तक नौकरी करने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद उनका प्रशासनिक अनुभव पार्टी के काम आया है। प्रशासनिक अनुभव के साथ-साथ उनका पार्टी के कई लोगों के साथ व्यक्तिगत परिचय भी है। पार्टी के कई महत्वपूर्ण नीतिगत फैसलों में उनकी भागीदारी रहती है।
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वे पार्टी अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के हमेशा करीब रहते हैं। खोडके खुद विधान परिषद में हैं, जबकि उनकी पत्नी सुलभा खोडके तीसरी बार विधानसभा के लिए चुनी गई हैं। अमरावती जिले में पार्टी को मजबूत करने के साथ ही अब उनके पास पूरे विदर्भ की जिम्मेदारी होगी।
विधानसभा चुनावों के दौरान खोडके ने अमरावती ही नहीं बल्कि विदर्भ के कई जिलों पर ध्यान केंद्रित किया था। पार्टी के पास कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल के रूप में एक बड़ा नेतृत्व पहले से ही है और अब खोडके के रूप में पवार के विश्वसनीय नेतृत्व विदर्भ में पार्टी की जड़ें जमाने का प्रयास करेंगे।