कांग्रेस पदाधिकारियों का निष्कासन रद्द (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur Youth Congress: नागपुर में स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने अपने संगठन को मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस क्रम में युवक कांग्रेस के स्थायी रूप से निष्कासित पदाधिकारियों को वापस लाया गया है। इनमें प्रदेश उपाध्यक्ष तनवीर विद्रोही, महासचिव अनुराग भोयर, अक्षय हेटे, नागपुर ग्रामीण जिलाध्यक्ष मिथिलेश कन्हेरे का समावेश है।
बीते 7 महीनों से ये पदाधिकारी अपने निष्कासन को नियमबाह्य बताते हुए न्याय के लिए संघर्ष कर रहे थे। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष शिवराज मोरे व महाराष्ट्र प्रदेश युवक कांग्रेस के प्रभारी अजय चिकारा ने चारों की अपात्रता को रद्द करते हुए दोबारा पूर्व पदों पर नियुक्त कर दिया है।
बता दें, कि आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के एक वक्तव्य के खिलाफ युवक कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभानु चिब के नेतृत्व में संघ मुख्यालय के समक्ष मोर्चा निकाला जाना था। तब युकां के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल राऊत थे। मोर्चा में शामिल नहीं होने का कारण देते हुए तब 60 पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था जिससे संगठन में सनसनी फैल गई थी।
इनमें उपरोक्त 4 पदाधिकारियों को स्थायी रूप से ही निष्कासित करने की कार्रवाई की गई थी। निष्कासित पदाधिकारियों ने तब के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और बाद में वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल से न्याय की गुहार लगाई थी। आरोप लगाया था कि कुणाल राऊत ने अपनी वजनदारी बढ़ाने के लिए पद का दुरुपयोग करते हुए पदाधिकारियों को निलंबित करवाने का काम किया था।
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तब युकां की गुटबाजी भी सार्वजनिक हुई थी। अब जब चारों पदाधिकारियों का निष्कासन रद्द किया गया है तो उन्होंने अध्यक्ष उदय भानु चिब, राष्ट्रीय महासचिव व महाराष्ट्र युवक कांग्रेस के प्रभारी अजय चिकारा, प्रदेश अध्यक्ष शिवराज मोरे, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन का आभार माना है।