चाचा नेहरू बाल क्रीड़ा व सांस्कृतिक महोत्सव का समापन। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र कुमार सिंगल ने कहा कि जितनी महत्वपूर्ण शैक्षिक गतिविधियां होती हैं, उतनी ही महत्वपूर्ण खेलकूद गतिविधियां होती हैं। ताकि हर दृष्टिकोण से बच्चों का शरीर विकसित हो। खेलकूद का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से न केवल शारीरिक व मानसिक विकास होता है, बल्कि सामाजिक विकास में भी खेल काफी सहायक हैं।
खेलों में हिस्सा लेने से आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है, साथ ही टीम भावना व प्रतियोगिता की भावना का भी विकास होता है। सीपी डॉ. सिंगल नागपुर ग्रामीण पुलिस मुख्यालय में आयोजित चाचा नेहरू बाल क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक महोत्सव के समापन कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त निकेतन कदम, महिला एवं बाल विकास विभाग की विभागीय उपायुक्त अपर्णा कोल्हे, शालिनी छाबड़िया, प्रदीप पाली, सौमित्र बोस, रंजीत कुरहे आदि उपस्थित थे।
पुलिस आयुक्त ने आगे कहा कि खेल से बच्चों की बुद्धि के साथ-साथ शारीरिक क्षमता भी बढ़ती है। पुलिस आयुक्त रवीन्द्र सिंगल ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अनाथ एवं बेसहारा बच्चों के लिए आयोजित इस प्रतियोगिता में भाग लेने से उनकी शारीरिक क्षमता एवं बुद्धिमता में निश्चित रूप से वृद्धि होगी।
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3 दिवसीय महोत्सव में कुल 350 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। महोत्सव में दौड़, खो-खो, कबड्डी, लॉन्ग जंप, गोला फेंक और वालीबॉल खेल प्रतियोगिताओं सहित कैरम, शतरंज, चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं। समापन कार्यक्रम में बच्चों को कुल 268 पुरस्कार एवं स्मृति चिह्न वितरित किए गए।
पुलिस विभाग इन बच्चों के लिए काम कर रहा है। पुलिस के प्रति अपने डर से छुटकारा पाएं। सीपी ने सलाह दी कि ध्यान रखें कि पुलिस आपकी मित्र है, मेहनत से पढ़ाई करें और आईपीएस और आईएएस अधिकारी बनें। बच्चों को अपने सर्वांगीण विकास के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। यदि जीवन की शुरुआत सही हो, तो भविष्य उज्ज्वल होता है।