जहरीला कफ सिरप (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Toxic Cough Syrup Case: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और सिवनी जिले में जहरीले सिरप से बच्चों की मौत की के बाद मचा हड़कंप अब तक थमा नहीं है। पिछले सप्ताह तक सिटी में 17 बच्चों की मौत हो चुकी थी। इस बीच एक और मासूम ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही सिटी के विविध अस्पतालों में मरने वालों की संख्या 18 हो गई। बताया जाता है कि प्राइवेट अस्पतालों में और कुछ बच्चे इलाज ले रहे हैं।
छिंदवाड़ा जिले में बच्चों को जहरीला सिरप पिलाये जाने के बाद एक के बाद एक बच्चे की तबीयत बिगड़ती गई। सभी बच्चों को नागपुर रेफर किया गया। अकेले मेडिकल में 10 बच्चों की मौत हुई। वहीं एम्स और प्राइवेट अस्पताल मिलाकर कुल 18 बच्चों की मौत हुई। छिंदवाड़ा निवासी 4 वर्षीय बालिका न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल में भर्ती थी।
इलाज के दौरान तबीयत में किसी भी तरह का सुधार नहीं हुआ। इसके बाद डॉक्टरों ने मेडिकल रेफर कर दिया। क्रिटिकल अवस्था में मेडिकल में भर्ती होने के बाद डॉक्टरों ने प्रयास तो किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। पोर्स्टमार्टम रिपोर्ट में कोल्ड्रिफ सिरप से ही मौत होने का तथ्य उजागर हुआ। इसके साथ ही मेडिकल में अब तक कुल 11 बच्चों की मौत हो चुकी है।
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अब तक जितने भी बच्चों की मौत हुई है उनके परिजनों को मानसिक के साथ ही आर्थिक परेशानी का भी सामना करना पड़ा। कुछ निर्धन परिजनों ने अपनी संपत्ति बेचकर इलाज पर खर्च किया। यह भी देखने में आया कि अधिकांश बच्चे प्राइवेट अस्पतालों से मेडिकल और एम्स में रेफर किये गये। पहले से ही स्थिति क्रिटिकल होने के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका जबकि समय पर इलाज होने से 5 से अधिक बच्चों की जान बच गई।