एम्स नागपुर
मुंबई: देश में 17 जुलाई यानी बुधवार को मुहर्रम मनाया जा रहा था। इस मौके पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों को सरकारी छुट्टी दी गई। जिसकी वजह से कई बैंक और अस्पताल भी बंद रहें। हालांकि इमरजेंसी कार्य चलता रहा। लेकिन नागपुर स्थित AIIMS के ओपीडी के खेल ने तो हद कर दी। मरीजों को देखने के लिए AIIMS के एप्स पर बाकायदा रजिस्ट्रेशन होता रहा और सैकड़ों मरीज तो वहां जाकर लौटने को मजबूर हुए।
इस दिन अस्पताल में केवल इमरजेंसी डिपार्टमेंट ही खोला गया था। इसके बाद भी ओपीडी की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रकिया चलती रही। जिसके माध्यम से हर मरीज हर विभाग के लिए 10 रुपये की पर्ची कटवाते रहें। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ई-वैद्य एम्स नागपुर नाम के एप से किया गया। जिसके बाद यह सवाल उठना शुरू हो गया है कि बंद अस्पताल में भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना और मरीजों से पैसे लेना कितना सही है?
सरकारी अस्पताल के हाल को समझने के लिए मैनें खुद अस्पताल के दो विभागों में जांच के लिए 20 रुपये की ऑनलाइन पर्ची कटवाई थी। लेकिन वहां पहुंचने पर मौजूदा गार्ड ने एंट्री गेट पर ही रोक दिया। बहुत देर तक बहस करने के बाद वो मुझे इमरजेंसी डिपार्टमेंट के डॉक्टर के पास लेकर चले गए जहां डॉक्टर ने इमरजेंसी में चल रहे इलाज की जानकारी दी। मैने खुद इस दौरान कई मरीजों को निराश होकर वापस लौटते देखा।
सूत्रों की मानें तो अस्पताल में हर रोज अमूमन हजारों लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं। जिसमें से कई लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाते हैं। ऐसे में अगर पोर्टल बंद नहीं किया और छुट्टी के दिन भी रजिस्ट्रेशन के पैसे लेते रहे गए तो ना जानें कितने पैसे अस्पताल के खाते में बिना इलाज किए गए हो।
नागपुर AIIMS में पहुंचने पर वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि मुहर्रम की वजह से अस्पताल बंद है। लेकिन इमरजेंसी डिपार्टमेंट खुला है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल की निगरानी की पूरी जिम्मेदारी उनपर ही है। अस्पताल में मरीज, इमरजेंसी डॉक्टर और सिक्योरिटी गार्ड ही मौजूद थे। गार्ड से कुछ देर और पूछताछ करने के बाद यह भी पता कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में आ रही दिक्कतों को सही करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अभी तक यह पूरी तरीके से सही नहीं हो पाया है।
बता दें कि मिहान में स्थित नागपुर एम्स में वेनेरोलॉजी एंड लेप्रोलॉजी, ईएनटी, फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी, जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, माइक्रोबायोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, नियोनेटोलॉजी, न्यूक्लियर मेडिसिन, ऑब्सटेट्रिक्स और गायनोकोलॉजी, ऑप्थल्मोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स, पैथोलॉजी, फिजियोलॉजी, फार्माकोलॉजी, साइकियाट्री, पल्मोनरी मेडिसिन, पीडियाट्रिक सर्जरी समेत अन्य कई विभागों की सुविधा उपलब्ध है।