(फाइल फोटो)
नागपुर. एमआईडीसी बोरी थाना अंतर्गत टाकलघाट के सराफा व्यापारी की कार रोककर आभूषणों से भरा बैग लूटने वाले दो आरोपियों को पकड़ने में नागपुर ग्रामीण के एलसीबी पथक को सफलता मिली. पथक ने दोनों आरोपियों के पास से लूटे गये आभूषणों समेत कुल 48,62,540 का माल भी बरामद किया. जानकारी अनुसार बूटीबोरी टाकलघाट बाजार के अतुल ज्वेलर्स के मालिक अतुल रामकृष्ण शेरेकर 2 दिसंबर की रात करीब 9 बजे के आसपास अपनी दूकान बंद कर सोने-चांदी के आभूषण बैग में रखकर कार से अपने गांव खापरी मोरेश्वर जाने के लिए निकले. इस बीच रास्ते में दो अज्ञात युवकों ने अतुल की कार को टक्कर मारकर रोका और उनकी आंखों में मिर्ची पाउडर झोंककर कार में से सोने-चांदी व नकद पैसों से भरा बैग लेकर भाग गये.
अतुल ने एमआईडीसी बोरी थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार ने नागपुर की उपविभागीय पुलिस अधिकारी पूजा गायकवाड़ को एमआईडीसी बोरी और बूटीबोरी पुलिस के 2 जांच पथक तैयार करने को कहा. स्थानीय अपराध शाखा के 4 विशेष पथक तैयार कर आरोपियों की तलाश में जुटा. जांच के दौरान एलसीबी के पथक को शुक्रवार को दोनों आरोपियों की लीड मिली. आरोपी राहुलनगर बस्ती, सोमलवाड़ा में एक घर में होने की गुप्त जानकारी मिली. पथक राहुलनगर बस्ती में जाकर कृष्णा उर्फ जॉन तिवड़ूजी पंचेश्वर (27), श्रमिक नगर हनुमान मंदिर समीप परसोड़ी, वर्तमान में राहुलनगर निवासी और अशोक कोंदू चौधरी (24), श्रमिकनगर परसोड़ी रेलवे लाइन समीप, खापरी निवासी को हिरासत में लिया.
दोनों से पूछताछ करने में दोनों ने सराफा व्यापारी को लूटने की बात कबूली. जांच में पुलिस ने आरोपियों के पास से 729.700 ग्राम सोने के आभूषण, कीमत 40,59,120 रुपये, चांदी के 7,30,000 रुपये के आभूषण तथा वारदात में इस्तेमाल की गई मोपेड क्रं. एमएच-31/डीएफ-8234, दो मोबाइल, नकद 3,420 रुपये समेत कुल 48,62,540 रुपये का माल बरामद किया. उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार व अपर पुलिस अधीक्षक संदीप पखाले, नागपुर विभाग के उपविभागीय पुलिस अधिकारी पूजा गायकवाड़ के मार्गदर्शन में पथक के पुलिस निरीक्षक ओमप्रकाश कोकाटे, महादेव आचरेकर, भीमाजी पाटिल, सहायक पुलिस निरीक्षक राजीव कर्मलवार, पुलिस उपनिरीक्षक आशीष मोरखेडे, बट्टूलाल पांडे और उनके सहयोगी पथक ने की.
वारदात का मुख्य आरोपी जॉन यह कुछ दिन पूर्व चोरी के मामले में नागपुर के सेंट्रल जेल में कैद था. जेल में उसकी मुलाकात शुभम नामक आरोपी के साथ हुई. शुभम ने जॉन को बताया कि टाकलघाट बाजार का सराफा व्यापारी अतुल रोज रात को दूकान बंद करके आभूषण और कैश बैग में डालकर घर ले जाता है. उसको लूटने से बड़ा माल हाथ लग सकता है. जेल से छूटने के बाद जॉन ने अपने बचपन के दोस्त अशोक चौधरी को साथ लिया. दोनों ने अतुल को लूटने की योजना बनाई. इसके लिए जॉन ने अक्टूबर माह में प्रतापनगर थाना हद से एक गाड़ी चोरी की. वह गाड़ी अशोक को दी. इसके बाद तय योजना के तहत वारदात को अंजाम दिया गया.