शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के नेता और वर्ली के विधायक आदित्य उद्धव ठाकरे बार-बार धारावी के बारे में मुखर रहे हैं। अब उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई के निवासियों को धारावी में अडानी समूह द्वारा भूमि अधिग्रहण के लिए फंड देने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि “मुंबईकरों को अडानी समूह द्वारा धारावी भूमि अधिग्रहण के लिए फंड क्यों देना चाहिए? पिछले सप्ताह भाजपा द्वारा संचालित राज्य सरकार ने बीएमसी को (मुंबई के कर के पैसे) देवनार डंपिंग ग्राउंड की सफाई पर खर्च करने के लिए कहा। इस पर बीएमसी को लगभग 3000 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।”
उन्होंने आगे लिखा कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) की आपत्तियों के बावजूद देवनार की भूमि पहले ही अडानी समूह द्वारा हड़प ली गई थी। ठाकरे ने कहा कि “देवनार की भूमि पहले ही बीएमसी की इच्छा के विरुद्ध अडानी समूह द्वारा हड़प ली गई है।”
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे बीएमसी बजट में एक नए प्रस्ताव के बताते हुए कहा कि कल बीएमसी बजट में इस खर्च को छिपाने के लिए प्रत्येक घर पर ‘कचरा संग्रहण शुल्क’ लगाने का प्रस्ताव किया गया। मुंबईकरों को इस भूमि अधिग्रहण का खर्च क्यों उठाना चाहिए?
ठाकरे ने सवाल उठाते हुए पूछा कि “मुंबईकरों को इस ज़मीन हड़पने के लिए ज़बरदस्ती पैसे क्यों देने चाहिए? क्या मुंबईकरों को इस योगदान के बदले धारावी में मुफ़्त घर मिलेंगे?”
इससे पहले, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने नवंबर 2024 में आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र के लोग अपनी सरकार से वंचित हैं और दावा किया कि मौजूदा सरकार ने धारावी को अडानी को सौंप दिया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाद में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर धारावी पुनर्विकास परियोजना पर गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया था और कहा था कि धारावी में लगभग दो लाख लोगों को घर मिलेंगे।
महाराष्ट्र की खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
अगस्त 2024 में, उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से आश्वासन मांगा था कि धारावी पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में धारावी में निर्मित नई इमारतों को इसके निवासियों को आवंटित किया जाएगा। धारावी बचाओ आंदोलन’ को संबोधित करते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा था कि सरकार धारावी से हमारे धारावीकरों को नहीं हटा पाएगी।
जुलाई 2024 में, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गौतम अडानी को दिए गए धारावी पुनर्विकास टेंडर की आलोचना करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी मुंबई को अपनी पहचान खोने और ‘अडानी सिटी’ में बदलने नहीं देगी।