मनाेज जरांगे (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र की सरकार और खासकर बीजेपी की नाक में दम करने वाले मराठा आंदोलनकारी मनोज जरांगे पाटिल के विधानसभा चुनाव लड़ने पर सस्पेंस अब और बढ़ गया है। लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर बीजेपी को नुकसान पहुंचाने वाले मनोज जरांगे मराठा समाज को ओबीसी कोटे से आरक्षण की मांग पर अड़े हुए हैं। उन्होंने आरक्षण नहीं दिए जाने पर राज्य की सभी 288 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने या फिर सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवारों को विधानसभा चुनाव में हराने की चेतावनी दी है।
मनोज जरांगे की रणनीति का खुलासा होने में अभी और वक्त लग सकता है, क्योंकि मनोज जरांगे ने 29 अगस्त की अपनी प्रस्तावित बैठक को फिलहाल रद्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने ऐसा निर्णय विधानसभा चुनाव में संभावित देरी को देखते हुए लिया है।
यह भी पढ़ें:- महाराष्ट्र में पैर जमाने की जुगत में ओपी राजभर, मुंबई में सुभासपा का 2 दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू
अपने उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने या फिर सत्तारूढ़ उम्मीदवारों को हराने की रणनीति तय करने के लिए मनोज जरांगे ने 29 अगस्त को अपने समाज और सहयोगियों की एक बैठक के आयोजन की योजना बनाई थी। लेकिन बुधवार को उन्होंने जालना में पत्रकारों से कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव के टलने की चर्चा चल रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि अब दीवाली के बाद दिसंबर में चुनाव होंगे। इसीलिए चुनाव लड़ने या न लड़ने पर हम भी अपना फैसला बाद में लेंगे। हालांकि उन्होंने इसके लिए कोई नई डेडलाइन जारी नहीं की है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव लड़ने काे लेकर निर्णय 29 अगस्त को मनोज जरांगे के गांव अंतरवाली सरती में होने वाली बैठक में लिया जाना था। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोनकारी मनोज जरांगे राज्य में मराठा जनजागृति शांति रैली की। 14 अगस्त को नासिक में इस रैली का समापन हुआ। इस दौरान उन्होंने मराठा लोगों से अपील करते हुए एकजुट होने कहा। उन्होंने लोगाें को एकजुट करने और विधानसभा लड़ने के तैयारी को लेकर शांति रैली का आयोजन किया था।
यह भी पढ़ें:- BJP से धैर्यशील और NCP से नितिन पाटिल ने भरा पर्चा, महाराष्ट्र की दो राज्यसभा सीटों पर होना है चुनाव