ठाकरे बंधुओं की युति फाइनल! (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mumbai Municipal Corporation: पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की युति की अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही हैं। इसकी शुरुआत राज्य के प्राथमिक स्कूलों में पहली कक्षा से तीन भाषा (त्रिसूत्री फार्मूला) पढ़ाने के राज्य सरकार के निर्णय के साथ शुरू हुआ था। लेकिन बुधवार को शिवतीर्थ पर हुई राज और उद्धव की मुलाकात के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि यूबीटी और मनसे की युति लगभग फाइनल हो गई है। अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों के अध्ययन के बाद दोनों भाई सीटों के बंटवारे पर चर्चा करेंगे। इसी के साथ विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविआ) के अस्तित्व को लेकर नई अटकलों का दौर शुरू हो गया।
मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) सहित महाराष्ट्र के अन्य निकायों के चुनावोंं की पृष्ठभूमि में शुरू हुआ राज और उद्धव के बीच मुलाकातों का दौर लगातार बढ़ रहा है। इसी कड़ी में उद्धव ठाकरे ने बुधवार को सुबह अचानक राज के निवास ‘शिवतीर्थ’ पहुंच कर सभी को चौंका दिया। बताया जा रहा है कि वहां दोनों भाइयों के बीच करीब ढाई घंटे बंद कमरे में चर्चा हुई।
इस दौरान यूबीटी के सांसद संजय राऊत, विधायक अनिल पर और मनसे नेता बाला नांदगावकर भी बैठक में मौजूद थे। सूत्रों का दावा है कि बैठक में मनपा चुनाव की तैयारियों पर मंथन किया गया। तो वहीं ये भी कहा जा रहा है कि युति की संभावनाओं को और मजबूत बनाने के लिए उद्धव ने राज को यूबीटी के आगामी दशहरा सम्मेलन में आने का न्योता भी दिया है। लेकिन ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राज ने दशहरा सम्मेलन में जाने पर क्या निर्णय लिया है?
उद्धव के साथ हुई चर्चा और दशहरा सम्मेलन के निमंत्रण की जानकारी अपने विश्वसनीय सहयोगियों को देने तथा आगे की रणनीति तय करने के लिए राज ने गुरुवार को अपनी पार्टी के प्रमुख नेताओं की बैठक शिवतीर्थ पर बुलाई है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि इसमें बैठक के बाद राज अपनी आगे की रणनीति सार्वजनिक कर सकते हैं।
बैठक के बाद उद्धव ने मीडियाकर्मियों से कोई बात नहीं की। लेकिन संजय राउत ने मुलाकात को पारिवारिक बैठक करार देते हुए कहा कि इसमें राजनीति वाली कोई बात नहीं थी। करीब 15 दिन पहले (गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में) उद्धव शिवतीर्थ पर आए थे। उस दौरान भीड़ होने की वजह से राज की मां भतीजे उद्धव से ठीक से बात नहीं कर पाई थीं। इसलिए उन्होंने उद्धव को फिर आने को कहा था। इसलिए उद्धव अपनी चाची से मिलने शिवतीर्थ गए थे।
‘शिवतीर्थ’ पर होगा ‘यूबीटी’ का दशहरा सम्मेलन
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इसी बीच यह भी जानकारी सामने आई है कि ‘यूबीटी’ को ऐतिहासिक शिवाजी पार्क मैदान (शिवतीर्थ) पर 2 अक्टूबर को दशहरा सम्मेलन की इजाजत मिल गई है। दशहरा के उपलक्ष्य में ठाकरे परिवार की शिवसेना द्वारा दादर स्थित ‘शिवाजी पार्क मैदान’ पर पिछले करीब 59 वर्षों (वर्ष 1966) से आयोजित किए जा रहे ऐतिहासिक दशहरा सम्मेलन के लिए मुंबई महानगर पालिका ने 25 शर्तों के साथ अनुमति दी है।
फिलहाल सबकी नजर विपक्षी गठबंधन पर लगी है। राज-उद्धव की युति के बाद कांग्रेस और राकां शरदचंद्र पवार पार्टी क्या रुख अपनाती है? क्या ‘मविआ’ में राज को एंट्री मिलेगी? राज और उद्धव के बीच सीटों का बंटवारा कैसे होगा? क्या राज के लिए उद्धव, मविआ छोड़ देंगे। आदि सवाल लोग पूछ रहे हैं।