अजित पवार, शरद पवार, राज ठाकरे व उद्धव ठाकरे (डिजाइन फोटो)
Thackeray Brothers And Pawar Family Alliance: राज्य के मनपा चुनावों को लेकर ठाकरे बंधुओं के साथ आने के कई दिनों से चल रहे रहस्य से आखिरकार पर्दा उठ गया है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राऊत ने ऐलान किया है कि ठाकरे बंधुओं के गठबंधन पर मुहर लग गई है और बुधवार को गठबंधन की अधिकृत घोषणा की जाएगी। इधर चाचा-भतीजे यानी शरद पवार और डीसीएम अजित पवार ने भी हुंकार भरी है।
पुणे में किसी की घुसपैठ न हो इसलिए चुनाव साथ मिलकर लड़ने के संकेत दिए हैं। दोनों दलों का मानना है कि उनके गढ़ में भाजपा से ही सबसे बड़ा खतरा है। राउत ने उद्धव व राज ठाकरे की तस्वीर शेयर करते हुए जानकारी दी है कि शिवसेना और मनसे का गठबंधन तय हो चुका है। दोनों दलों के कार्यकर्ता साथ काम कर रहे हैं। बुधवार को दोपहर 12 बजे होटल ब्ल्यू सी में ठाकरे बंधुओं के गठबंधन की अधिकृत घोषणा की जाएगी। इससे राज्य के सियासी समीकरण बदल जाएंगे।
इससे पहले उन्होंने मंगलवार की सुबह प्रेस वार्ता में बताया कि मुंबई सहित राज्य की सभी 29 मनपा को लेकर पार्टी नेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके हैं। सीटों बंटवारे पर सोमवार की रात आखिरी बैठक हुई थी। अब केवल उद्धव और राज का एक साथ मंच पर आकर घोषणा करना बाकी है।
ठाकरे बंधुओं के एलायंस के बाद चाचा-भतीजे शरद पवार और अजित पवार के पुणे मनपा में गठबंधन की के तारीख की घोषणा की गई है। अजित ने कहा कि 26 दिसंबर को वे गठबंधन का अधिकृत ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी अफवाह पर यकीन न करे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने बताया कि हम मुंबई में मविआ के साथ चुनाव लड़ने का इरादा कर चुके हैं। पुणे और पिंपरी-चिंचवड में कई पदाधिकारियों ने अजित गुट से गठबंधन की राय दी है। स्थानीय पदाधिकारियों व इच्छुक उम्मीदवारों की सहमति से गठबंधन पर फैसला लिया जाएगा।
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संयज राउत ने कहा कि नासिक में चर्चा पूरी हो चुकी है। पुणे, ठाणे, मीरा-भाईंदर सीटों को लेकर कोई खींचतान नहीं है। जो भी सीट जीतेगा, वह गठबंधन की ही सीट होगी और इससे बीजेपी को परेशानी होगी। जिस दिन वर्ली डोम में दोनों भाई एक साथ आए थे, उसी दिन गठबंधन बन गया था। शिंदे गुट पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब गद्दारों के लिए कोई जगह नहीं है। केवल निष्ठावान कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलेगा। गठबंधन को लेकर कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) से भी बातचीत चल रही है। बीजेपी को रोकने के लिए दोनों दलों से बातचीत के दरवाजे आखिरी समय तक खुले रहेंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) पुणे शहर के अध्यक्ष प्रशांत जगताप ने पार्टी से इस्तीफा देने की चेतावनी दी थी। इस पर पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने साफ किया कि जगताप के बारे में मुझे कुछ नहीं पता। पुणे में किसके साथ गठबंधन करना है, इस बारे में कई तरह की चर्चाएं हैं। दोनों दलों के नेता बातचीत कर रहे हैं। यदि अजीत ने बयान दिया है तो सोच-समझकर दिया होगा लेकिन मुझे कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। जब तक आखिरी फैसला नहीं हो जाता, इस बारे में बात करना ठीक नहीं है। गठबंधन पर पार्टी नेताओं को भरोसे में लिए बिना कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा।