सुप्रिया सुले (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना (लाडली बहन योजना) को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। मुंबई में मीडिया से चर्चा के दौरान लाडली बहन योजना की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर सरकार को महिलाओं की इतनी ही चिंता थी तो यह योजना पहले क्यों नहीं लाई गई। महायुति पिछले दो साल से सरकार में है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन को लगता है कि रिश्ते और चुनाव पैसे से जीते जा सकते हैं। पत्रवार्ता के दौरान उन्होंने महायुति व मोदी सरकार का जमकर निशाना साधा।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा पिछले महीने राज्य के बजट में घोषित इस योजना के तहत ढाई लाख से कम वार्षिक पारिवारिक आय वाली महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए आर्थिक सहायता के तौर पर दिए जाएंगे। राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले इस योजना का बढ़चढ़कर प्रचार किया जा रहा है।
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सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि “रिश्तों और लेन-देन के बीच अंतर होता है। सत्तारूढ़ गठबंधन को लगता है कि रिश्ते और चुनाव पैसे से जीते जा सकते हैं। खून के रिश्ते और प्यार लेन-देन से अलग होता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह योजना लोकसभा चुनावों का स्पष्ट परिणाम है, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन को मुंह की खानी पड़ी थी। बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने हालांकि इस योजना का स्वागत किया, लेकिन कहा कि पिछले 18 से 24 महीनों में महाराष्ट्र में अपराध में वृद्धि दिखाने वाले आंकड़ों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
इस दौरान सुप्रिया सुले ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के काफिले पर हुए हमले को लेकर महाराष्ट्र के गृहमंत्रालय पर उठाते हुए कहा कि यह इंटेलिजेंस फेलियर है। उद्धव ठाकरे के साथ सिक्योरिटी रहती है तो क्या उन्हें पहले इस बात का अंदाजा नहीं था। उन्होंने कहा कि मैं मानती हुं कि यह गृहमंत्रायल का इंटेलिजेंस फेलियर है। साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग को लेकर जवाब देते हुए कहा कि महा विकास अघाड़ी में जल्द ही इस पर चर्चा होगी और घोषणा की जाएगी।