संजय निरुपम (सौजन्य-एएनआई)
मुंबई: कांग्रेस के ऑपरेशन सिंदूर को वीडियो गेम बताने वाले पर बयान पर काफी विवाद छिड़ गया था। इस विवादित बयान के बाद महायुति ने कांग्रेस पर हमला बोला। शिवसेना ने कांग्रेस नेता नाना पटोले को पार्टी ने निकालने की भी मांग की। ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस नेता नाना पटोले की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा, “नाना पटोले का बयान बिल्कुल आपत्तिजनक है।”
संजय निरुपम ने कहा, “सबसे पहले तो उन्हें इस गलती के लिए माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर को वीडियो गेम बताकर उन्होंने हमारे सैनिकों की बहादुरी और शहादत का अपमान किया है। इसके ऊपर प्रश्नचिह्न खड़ा किया है। नाना पटोले अगर माफी नहीं मागते है तो ये कांग्रेस पार्टी की जिम्मेदारी है कि उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए। अगर कांग्रेस इस मामले में चुप है तो इसका मतलब ये है कि इस नीच हरकत पर पूरी कांग्रेस पार्टी शामिल है।”
नाना पटोले को निशाना बनाते हुए संजय निरुपम ने कहा, “नाना पटोले हो या कोई और व्यक्ति हो जब पूरे देश में ऑपरेशन सिंदूर की जयजयकार हो रही है। उसकी सफलता का जश्न मनाया जा रहा है। दुनियाभर के देशों में हमारे सांसद जाकर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में बता रहे है। तो हमारे देश में अनपढ़ और पाकिस्तान परस्त लोग कांग्रेस पाकिस्तान का साइड लेते हुए हिंदुस्तान के खिलाफ, हिंदुस्तान की भावना और देशभक्ति और सेना के खिलाफ इस प्रकार का बयान देते है।”
Mumbai, Maharashtra: Reacting to Congress leader Nana Patole’s remarks on Operation Sindoor, Shiv Sena leader Sanjay Nirupam says, “Nana Patole’s statement is absolutely objectionable. First and foremost, he must apologize for this mistake, because by calling Operation Sindoor a… pic.twitter.com/m8lYJe50l7
— IANS (@ians_india) June 15, 2025
संजय निरुपम ने कहा, “मुझे ऐसा लगता है कि नाना पटोले जैसे लोगों को कई जूते मारना चाहिए। क्योंकि ये देशद्रोही है, ये पाकिस्तान परस्त लोग है। ये मोदी सरकार से नफरत करने की चक्कर में ये पूरे हिंदुस्तान और यहां की सेना से नफरत करने लगे। इसलिए इन लोगों को जूते मारना चाहिए और ज्यादा है तो पाकिस्तान भेज देना चाहिए अगर इन्हें हिंदुस्तान पर और यहां के लोगों को विश्वास नहीं है।
कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेता नाना पटोले ने ऑपरेशन सिंदूर पर कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर बिल्कुल वैसा ही था, जैसे बच्चे कंप्यूटर रूम में बैठकर वीडियो गेम खेलते है और यह ऑपरेशन उससे ज़्यादा कुछ नहीं था।