घाटकोपर हिंदू सभा अस्पताल (pic credit; social media)
Ghatkopar Hindu Sabha Hospital: घाटकोपर के हरिलाल जयचंद दोशी हिंदू सभा अस्पताल का नवनिर्माण अब गति पकड़ रहा है। 1968 में 184 बेड के साथ शुरू हुए इस अस्पताल को 2022 में जर्जर घोषित कर बंद कर दिया गया था। 2023 में इसे तोड़कर नवनिर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई। इस बीच अस्पताल के कर्मचारियों और मजदूरों का बकाया मानधन लंबे समय से अटका हुआ था।
स्थानीय विधायक और पूर्व ट्रस्टी पराग शाह ने मध्यस्थता करते हुए कर्मचारियों का बकाया मानधन चुकता कराने की पहल की। इसके तहत ट्रस्ट ने स्टाफ कर्मचारियों की बकाया राशि का भुगतान शुरू कर दिया है। एडमिन और बदली कामगारों की बकाया राशि जल्द ही चुकाई जाएगी। हालांकि अभी 9 बदली कर्मचारियों के बकाया पर अंतिम निर्णय बाकी है।
अस्पताल के नवनिर्माण का डिजाइन और सरकारी कागजी प्रक्रिया भी अब पूरी हो चुकी है। विभिन्न तकनीकी खामियों और निधि की कमी के कारण परियोजना थोड़ी देर से आगे बढ़ रही थी। स्थानीय विधायक शाह का कहना है कि कर्मचारियों को बकाया राशि जल्द ही पूरी तरह मिलेगी और नवनिर्माण के लिए सभी तैयारियां पूरी हैं।
वेदप्रकाश तिवारी, जो कर्मचारियों के लीगल मामलों में मदद कर रहे हैं, बताते हैं कि पारदर्शिता का अभाव पहले बाधक था, लेकिन अब सभी पक्ष सक्रिय हो चुके हैं। नवभारत ने भी कर्मचारियों की आवाज उठाई और मैनेजमेंट ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए अस्पताल के नवनिर्माण और मजदूरों के बकाया भुगतान को प्राथमिकता दी।
अस्पताल के निर्माण के दौरान कर्मचारियों को आधी तनख्वाह का करार पहले किया गया था, लेकिन कई कारणों से वह भुगतान पूरा नहीं हो पाया था। अब यह समस्या धीरे-धीरे हल हो रही है। ट्रस्ट और यूनियन के बीच समझौते के तहत कर्मचारियों का बकाया मानधन चुकता किया जा रहा है।
इस नवनिर्माण के पूरा होने के बाद घाटकोपर क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी। स्थानीय प्रशासन, ट्रस्ट और कर्मचारियों के सहयोग से यह परियोजना जल्द ही वास्तविकता बन सकती है।