बांद्रा-धारावी ब्रिज (pic credit; social media)
Reconstruction of Bandra-Dharavi Bridge: मुंबई में ट्रैफिक व्यवस्था और मिठी नदी के जलमार्ग सुधार के लिए BMC ने बांद्रा और धारावी को जोड़ने वाले पुराने पुल के पुनर्निर्माण का काम शुरू कर दिया है। यह पुल वेस्टर्न एक्सप्रेस हायवे के जिओ चालर्ड ड्राइव रोड जंक्शन से धारावी की दिशा में लगभग 110 मीटर तक फैला हुआ है।
बीएमसी का उद्देश्य पुराने पुल को तोड़कर नया 10-लेन वाला पुल बनाना है, जिससे ट्रैफिक जाम में कमी आए और नदी का जलमार्ग चौड़ा हो सके। परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहला चरण पुल के पश्चिमी हिस्से का है, जिसे 30 नवंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दूसरा चरण पूर्वी हिस्से का है, जिसमें मौजूदा संरचना को तोड़कर नया पुल तैयार किया जाएगा। पूरा ब्रिज दिसंबर 2027 तक तैयार होने की संभावना है।
नए पुल की कुल लंबाई 198 मीटर होगी और इसका सुपर-स्ट्रक्चर कंपोजिट स्टील से तैयार किया जाएगा, जबकि पुल का डेक कंक्रीट का होगा। पहले चरण में दो नई संरचनाओं का निर्माण होगा ताकि मौजूदा यातायात को अस्थायी रूप से मोड़ा जा सके।
इस परियोजना की कुल लागत 204 करोड़ रुपये है। पहले चरण पर 42 करोड़ रुपये खर्च होंगे और दूसरे चरण पर 162 करोड़ रुपये का निवेश होगा। बीएमसी अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण के पूरा होने के बाद पश्चिमी हिस्से के पुल से यातायात प्रवाह में सुधार होगा।
बीएमसी का कहना है कि यह परियोजना चितले समिति की सिफारिशों के अनुसार मिठी नदी का जलमार्ग चौड़ा करने के लिए जरूरी है। नए पुल से न केवल ट्रैफिक सुगम होगा, बल्कि पुल की चौड़ाई और लंबाई दोनों बढ़ाई जा रही हैं।
परियोजना के पूरा होने के बाद, बांद्रा-धारावी पुल शहर के सबसे आधुनिक और सुरक्षित पुलों में शामिल होगा। बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि यह कदम न केवल यातायात सुधार में मदद करेगा बल्कि भविष्य में बाढ़ और जलभराव की समस्या को भी कम करेगा।
मुंबईवासियों के लिए यह खबर खुशी की है क्योंकि पुराने और जर्जर पुल की जगह एक आधुनिक संरचना आने वाली है, जो शहर के दोनों हिस्सों को जोड़ने में बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी।