
कोस्टल रोड टनल (सोर्स: सोशल मीडिया)
MMRDA Urban Tunnel Project: मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) द्वारा बनाई जा रही ऑरेंज गेट से मरीन ड्राइव तक की शहरी सड़क सुरंग परियोजना आज एक निर्णायक चरण में प्रवेश कर रही है। इस प्रोजेक्ट के लिए टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) लॉन्चिंग का महत्वपूर्ण चरण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री व एमएमआरडीए अध्यक्ष एकनाथ शिंदे तथा उपमुख्यमंत्री अजित पवार की उपस्थिति में होगा। लगभग 8,056 करोड़ रुपये लागत वाले इस प्रोजेक्ट को मुंबई की भावी यातायात आवश्यकताओं को देखते हुए ‘गेम चेंजर’ माना जा रहा है।
यह प्रोजेक्ट ऑरेंज गेट (ईस्टर्न फ्रीवे) को मरीन ड्राइव (एनएस रोड) से भूमिगत सुरंग के माध्यम से जोड़ने वाली देश की पहली ऐसी अर्बन टनल है, जो बेहद घनी आबादी वाले क्षेत्र के नीचे से गुजरेगी। सुरंग 50 मीटर की अधिकतम गहराई पर सेंट्रल रेलवे, वेस्टर्न रेलवे और मुंबई मेट्रो लाइन-3 (एक्वा लाइन) कॉरिडोर के नीचे से सुरक्षित रूप से पार करेगी।
परियोजना की कुल लंबाई 9.96 किलोमीटर है, जिसमें लगभग 7 किलोमीटर हिस्सा पूरी तरह अंडरग्राउंड होगा। एमएमआरडीए के अनुसार 54 महीने की समय-सीमा में तैयार होने वाला यह टनल ईस्ट-वेस्ट कनेक्टिविटी को मजबूती देगा और यातायात दबाव को काफी हद तक कम करेगा।
मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) के अनुसार परियोजना का फिजिकल प्रोग्रेस फिलहाल 14% पूरा हो चुका है। टीबीएम लॉन्चिंग के साथ ही काम की गति और तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
प्रोजेक्ट के पूरा होने पर ऑरेंज गेट से मरीन ड्राइव तक का सफर 15 से 20 मिनट के भीतर पूरा हो सकेगा। इससे न केवल ईंधन की बचत होगी, बल्कि शहर में वायु और ध्वनि प्रदूषण में भी कमी आएगी। वर्तमान में यह मार्ग भारी ट्रैफिक के कारण सबसे अधिक समय लेने वाले रूट्स में शामिल है। भूमिगत मार्ग होने के कारण भूमि अधिग्रहण की जरूरत न के बराबर है। इससे शहरी संरचना को सुरक्षित रखते हुए विकास कार्य तेज गति से आगे बढ़ सकेगा।
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प्रोजेक्ट के पूरा होने पर ऑरेंज गेट से मरीन ड्राइव तक का सफर 15 से 20 मिनट के भीतर पूरा हो सकेगा। इससे न केवल ईंधन की बचत होगी, बल्कि शहर में वायु और ध्वनि प्रदूषण में भी कमी आएगी। वर्तमान में यह मार्ग भारी ट्रैफिक के कारण सबसे अधिक समय लेने वाले रूट्स में शामिल है। भूमिगत मार्ग होने के कारण भूमि अधिग्रहण की जरूरत न के बराबर है। इससे शहरी संरचना को सुरक्षित रखते हुए विकास कार्य तेज गति से आगे बढ़ सकेगा।
यह प्रोजेक्ट मुंबई के व्यापक परिवहन नेटवर्क को एकीकृत करने का काम भी करेगा। टनल का मार्ग कोस्टल रोड कॉरिडोर और अटल सेतु जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स से जुड़कर शहर के ट्रैफिक वितरण को संतुलित करेगा।






