कोलाबा आर्ट गैलरी (pic credit; social media)
Colaba Art Gallery: कोलाबा के संधांत इलाके से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। स्थानीय आर्ट गैलरी में हिंदू देवी-देवताओं भगवान शिव और देवी महाकाली की आपत्तिजनक नग्न पेंटिंग्स प्रदर्शित की गईं, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई।
इस मामले में कोलाबा पुलिस ने आयोजक अभय मस्कारा और कलाकार टी. वैकन्ना के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिकायत मंडोवी कोलीवाड़ा मस्जिद इलाके में रहने वाले वकील विशाल लालचंद नववा ने दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को उन्हें व्हाट्सएप पर प्रदर्शनी के बारे में जानकारी मिली।
शिकायतकर्ता ने कहा कि कोलाबा के थर्ड पास्ता लेन स्थित गैलरी मस्कारा में ‘यूनियन फॉर पीस’ शीर्षक से देवी महाकाली और भगवान शिव की अश्लील और फेमयुक्त नग्न पेंटिंग प्रदर्शित की जा रही थी। प्रदर्शनी में नग्न स्त्री-पुरुषों की कई अन्य पेंटिंग्स भी खुलेआम यौन स्थितियों में रखी गई थीं।
विशाल लालचंद नववा ने बताया कि उन्होंने गैलरी का दौरा किया और देखा कि प्रदर्शनी में 8 साल से कम उम्र के नाबालिगों के प्रवेश पर कोई रोक नहीं थी। इसका मतलब है कि नाबालिग भी अश्लील सामग्री के संपर्क में आ सकते थे। यह तथ्य मामले को और संवेदनशील बना देता है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को तलब किया है और जांच शुरू कर दी है। अधिकारी जांच कर रहे हैं कि प्रदर्शनी की अनुमति और सुरक्षा नियमों का पालन हुआ या नहीं। इसके साथ ही, स्थानीय प्रशासन से यह भी पता लगाया जा रहा है कि ऐसी संवेदनशील प्रदर्शनी को बच्चों के लिए सुरक्षित बनाया गया था या नहीं।
इस घटना ने मुंबई में कला और धार्मिक भावनाओं के बीच संतुलन के मुद्दे को फिर से उठाया है। विशेषज्ञों का कहना है कि कलाकारों की स्वतंत्रता हो सकती है, लेकिन सार्वजनिक प्रदर्शनी में धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली सामग्री को खुला रखना अस्वीकार्य है।
स्थानीय नागरिकों ने भी सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई है और मांग की है कि आयोजकों और कलाकार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। यह घटना शहरवासियों के लिए चेतावनी है कि कला की स्वतंत्रता के नाम पर धार्मिक भावनाओं का अपमान नहीं होना चाहिए।