वसई-विरार में नो-पार्किंग को लेकर हंगामा (pic credit; social media)
No-parking in Vasai-Virar: वसई-विरार शहर में नो-पार्किंग क्षेत्रों में वाहनों का अतिक्रमण बढ़ते जा रहा है, जिससे शहर की यातायात नीति पर सवाल उठ रहे हैं। शहर में पातायात नियोजन के लिए जगह-जगह पार्किंग और नो-पार्किंग नोटिस बोर्ड लगाए गए हैं, लेकिन कई स्थानों पर वाहन अभी भी नो-पार्किंग क्षेत्रों में खड़े मिल रहे हैं।
वसई-विरार मुंबई से सटा हुआ क्षेत्र है, और पिछले कुछ वर्षों में यहां शहरीकरण तेजी से बढ़ा है। इसके साथ ही, वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिससे यातायात नियोजन कठिन हो गया है। नागरिक ट्रैफिक जाम, अपर्याप्त सड़कें और मार्किंग की समस्या जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
शहरी यातायात नीति को सुव्यवस्थित करने के लिए वसई-विरार के यातायात विभाग और मौरा भायंदर पुलिस आयुक्तालय ने नगर निगम की मदद से सर्वेक्षण किया और अक्टूबर 2023 में नई यातायात नीति लागू की। इस नीति के तहत शहर में 215 स्थानों पर पार्किंग और नो-पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
यातायात विभाग ने पाँच स्थानों पर वन-वे सड़कें और व्यस्त मार्गों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध भी लागू किया है। परिवहन विभाग ने नगर पालिका को नोटिस बोर्ड लगाने के लिए पत्र भेजा, और अब तक शहर के 700 से अधिक स्थानों पर पार्किंग और नो-पार्किंग बोर्ड लगाए जा चुके हैं।
इसके बावजूद, नागरिकों की शिकायत है कि कई जगह वाहन चालक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। विभाग ने कहा कि अभियान लगातार जारी रहेगा और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई बढ़ाई जाएगी।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि समस्या केवल वाहन चालकों की नहीं, बल्कि स्थानीय प्रशासन की भी है, क्योंकि पर्याप्त निगरानी और नियंत्रण की कमी के कारण अतिक्रमण बढ़ रहा है।
शहर में ट्रैफिक नियोजन सुधारने के लिए प्रशासन को अब कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। भविष्य में सड़कें सुरक्षित और निर्बाध यातायात के लिए नियमन और जागरूकता अभियान तेज करने की योजना बनाई जा रही है।