महाराष्ट्र में बनेगी नई स्टार्ट-अप सिटी। (सौजन्य सोशल मीडिया)
मुंबई: भारत सरकार ने 16 जनवरी 2021 को नेशनल स्टार्टअप डे घोषित किया था। इसके बाद से ही हर साल 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप में मनाया जाता है।भारतीय स्टार्टअप के इको सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा इस दिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी के तहत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को नेशनल स्टार्टअप डे पर देश भर के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्टार्टअप में महाराष्ट्र नंबर एक पर है, जल्द ही इनोवेशन सिटी का निर्माण किया जाएगा।
सीएम फडणवीस ने कहा कि समय की आवश्यकता को देखते हुए, स्टार्टअप नीति का एक नया मसौदा तैयार किया गया है, जिसे उद्यमियों के सुझाव के साथ जल्द लागू किया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि भारतीय लघु औद्योगिक विकास बैंक यानी सिडबी ने स्टार्ट-अप के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। प्रत्येक क्षेत्रीय विभाग को 30 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री जियो वर्ल्ड सेंटर में कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग के तहत राज्य नवाचार सोसायटी द्वारा आयोजित ‘एम्पावरिंग इनोवेशन, एलिवेटिंग महाराष्ट्र’ विषय पर आधारित ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस’ कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस अवसर पर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, कौशल विकास और उद्यमिता विभाग के सचिव गणेश पाटिल, आयुक्त प्रदीप कुमार डांगे, व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षण निदेशालय के निदेशक सतीश सूर्यवंशी, मेरिको लिमिटेड के अध्यक्ष हर्ष मारीवाला, अपग्रेड और स्वदेस फाउंडेशन के सह-संस्थापक रोनी स्क्रूवाला, नायका की संस्थापक और सीईओ फाल्गुनी नायर, स्ट्राइड वेंचर्स और स्ट्राइडवन के संस्थापक इशप्रीत सिंह गांधी, आईआईटी के पूर्व छात्र कल्याण चक्रवर्ती, गो इंडिया की प्रबंध निदेशक इप्सिता दासगुप्ता उपस्थित थे।
महाराष्ट्र सहित देश भर से प्रौद्योगिकी, कृषि, सेवा क्षेत्र, फार्मास्यूटिकल्स और पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों के 1000 से अधिक स्टार्ट-अप्स ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, “नए उद्यमियों और महिला उद्यमियों के नवाचार को सक्षम बनाकर महाराष्ट्र का विकास किया जाएगा। जब देश में स्टार्ट-अप शुरू हुए थे, तब 471 स्टार्ट-अप थे, आज देश में एक लाख 57 हजार स्टार्ट-अप हैं।
राज्य में 26000 स्टार्ट-अप हैं। हम एक अभियान चला रहे हैं जिसमें महिलाएं स्टार्ट-अप में सभी पदों पर होंगी। महाराष्ट्र देश का पहला राज्य है जहाँ सबसे अधिक महिला निदेशक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र स्टार्ट-अप में शीर्ष सात राज्यों में से एक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यमी, दूरदर्शी निवेशक, नीति निर्माता, इनक्यूबेटर, विश्वविद्यालय उद्योग में बदलाव के अग्रदूत हैं। मुंबई वित्तपोषण में सबसे आगे है, जबकि पुणे प्रौद्योगिकी और नवाचार का केंद्र है। हमारे टियर-2 और टियर-3 शहर महाराष्ट्र के विकास में बड़ा योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि नासिक, नागपुर, छत्रपती संभाजी नगर और कोल्हापुर जैसे शहर स्टार्टअप को प्रोत्साहित कर रहे हैं और एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहे हैं।
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कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत देश में कौशल विकास की शुरुआत की गई है, जबकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में कौशल विकास विभाग को बढ़ावा दिया है। मुख्यमंत्री राज्य में स्टार्ट-अप को दुनिया के सामने ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत को दुनिया में नंबर एक बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ सबके प्रयास आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि सभी स्टार्ट-अप निश्चित रूप से देश को आगे ले जाने का प्रयास करेंगे।
नायका की संस्थापक और सीईओ फाल्गुनी नायर ने कहा कि महिलाओं के उद्योग में सबसे आगे आने के लिए सरकारी नियमों में कोई बाधा नहीं है। महाराष्ट्र देश की स्टार्ट-अप राजधानी है और महिलाओं को इसका लाभ उठाना चाहिए। महाराष्ट्र में महिला उद्यमियों की संख्या देश में सबसे अधिक है। इस अवसर पर अहिल्यादेवी होल्कर स्टार्टअप के विजेताओं को सम्मानित किया गया। कौशल विकास विभाग के सचिव गणेश पाटिल ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया। कौशल विकास सोसायटी के अतिरिक्त सीईओ अनिल सोनवणे, स्टेट इनोवेशन सोसाइटी के संयुक्त सीईओ डॉ. विकास नाइक, प्रबंधक अमित कोठावडे उपस्थित थे।