नितिन गड़करी (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे आधिकारिक तौर पर यशवंतराव चव्हाण एक्सप्रेसवे भारत का पहला 6 लेन चौड़ा कंक्रीट का, प्रवेश-नियंत्रित टोल एक्सप्रेसवे है।
यह 94.5 किमी की दूरी तय करता है और महाराष्ट्र राज्य की राजधानी और भारत की वित्तीय राजधानी रायगढ़-नवी मुंबई को महाराष्ट्र की सांस्कृतिक और शैक्षिक राजधानी पुणे से जोड़ता है।
अब एक नया मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है। यात्रा और आवागमन को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र में सड़क बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व सुधार होने जा रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार ने 1.5 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस योजना की घोषणा की, जिसका उद्देश्य राज्य भर में यात्रियों के लिए यात्रा समय कोकाफी कम करना, रसद दक्षता में सुधार करना और यातायात जामा को कम करना है।
इस महत्वाकांक्षी योजना की प्रमुख विशेषताओं में दूसरा मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, पुणे को छत्रपति संभाजीनगर से जोड़ने वाला एक नया एक्सप्रेसवे और पुणे क्षेत्र में विभिन्न एलिवेटेड कॉरिडोर शामिल हैं। प्रस्तावित मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे II, 130 किलोमीटर लंबा है और जिसकी लागत लगभग 15,000 करोड़ रुपये है। यह मौजूदा एक्सप्रेसवे के समानांतर चलेगा। इस नए कॉरिडोर से यात्रा का समय मौजूदा 2.5 से 3 घंटे से घटकर मात्र 90 मिनट रह जाने की उम्मीद है।
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मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे- दो से विशेष रूप से घाट खंडो मैं ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी जो देरी के लिए कुख्यात है, नितिन गडकर ने पुष्टि की कि जेएनपीए के पास पगीते को पनवेल के बौक से जोड़ने वाले प्रारंभिक चरण को अधिकारिक मंजूरी मिल चुकी है, एक बार चालू होने के बाद, यह एक्सप्रेसवे मुंबई और पुणे के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा।