छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News: मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर इमिग्रेशन विभाग ने एक बड़ी फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया, जब एक नेपाली युवती भारतीय पासपोर्ट के साथ ओमान भागने की कोशिश कर रही थी। इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना उस समय सामने आई जब काजल नाम की युवती मस्कत (ओमान) जाने वाली उड़ान 6ई 1267 में सवार होने के लिए इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंची। काउंटर पर तैनात इमिग्रेशन ऑफिसर रुचि रुपेश धोमकर को युवती का व्यवहार और दस्तावेज संदिग्ध लगे। पासपोर्ट में उसका जन्मस्थान ‘नौहरा, हिमाचल प्रदेश’ दर्ज था, लेकिन बातचीत और हाव-भाव से वह नेपाली नागरिक प्रतीत हो रही थी।
शक के आधार पर उसे आगे की जांच के लिए इमिग्रेशन विंग के इंचार्ज के पास भेजा गया। पूछताछ के दौरान युवती ने स्वीकार किया कि उसका असली नाम काजल लामा है और वह नेपाल की निवासी है। उसने बताया कि उसके माता-पिता नेपाल से हिमाचल प्रदेश आकर बसे थे और यहीं जन्म लेने के बाद उसने भारतीय पहचान बनाने के लिए आधार, पैन और अन्य दस्तावेज तैयार किए थे। इसके बाद, उसने शिमला पासपोर्ट कार्यालय से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया था।
युवती के मोबाइल फोन से प्राप्त दस्तावेजों ने उसकी सच्चाई का खुलासा किया। इसमें उसका नेपाली जन्म प्रमाणपत्र, उसके पिता का नेपाली नागरिकता कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड शामिल थे। जांच में यह भी पता चला कि वह 16 जून 2025 को जारी किए गए भारतीय पासपोर्ट का उपयोग करके मुंबई से मस्कत भागने की योजना बना रही थी।
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इमिग्रेशन विभाग ने इस फर्जीवाड़े को सुनियोजित धोखाधड़ी माना और युवती को सहार पुलिस के हवाले कर दिया। सहार पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पासपोर्ट अथॉरिटी और इमिग्रेशन सिस्टम को धोखा देने के लिए और कौन लोग शामिल थे। काजल लामा से पूछताछ की जा रही है, जिससे पता लगाया जा सके कि इसमें कितने लोग शामिल हैं और उसने इससे पहले क्या कहीं की यात्राएं की हैं। -एजेंसी इनपुट के साथ