
नासिक कुंभ (फाइल फोटो)
Nashik News: आगामी सिंहस्थ कुंभमेले की पृष्ठभूमि में राज्य सरकार ने शहर के बाहर नाशिक परिक्रमा मार्ग विकसित करने को मंजूरी दे दी है. नाशिक त्र्यंबकेश्वर कुंभमेला विकास प्राधिकरण ने इस मार्ग के लिए आवश्यक भूमि के अधिग्रहण और सर्वेक्षण संबंधी कार्रवाई को अपनी सहमति प्रदान कर दी है. प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा विभागीय आयुक्त डॉ. प्रवीण गेडाम ने निर्देश दिए हैं कि इस मार्ग का कार्य कुंभमेले से पहले पूरा करने के लिए आवश्यक कार्रवाई तत्काल पूरी की जाए. मंगलवार की सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नाशिक त्र्यंबकेश्वर कुंभमेला विकास प्राधिकरण की एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसकी अध्यक्षता डॉ. गेडाम कर रहे थे.
इस बैठक में प्राधिकरण के आयुक्त शेखर सिंह, पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक, महाराष्ट्र राज्य बुनियादी ढांचा विकास महामंडल के प्रबंध निदेशक बृजेश दीक्षित, नाशिक महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण के आयुक्त जलज शर्मा, मनपा आयुक्त मनीषा खत्री, सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रादेशिक अभियंता प्रशांत औटी, जिला कलेक्टर आयुष प्रसाद (नाशिक), डॉ. पंकज आशिया (अहिल्यानगर), जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमकार पवार, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बालासाहेब पाटील, अधीक्षक अभियंता अरुंधती शर्मा, मनपा की अतिरिक्त आयुक्त करिश्मा नायर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया.
आगामी सिंहस्थ कुंभमेले के मद्देनज़र प्राधिकरण द्वारा विभिन्न विकास कार्यों में तेज़ी लाई गई है. हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कर कमलों द्वारा सिंहस्थ कुंभमेले के उपलक्ष्य में नाशिक जिले में स्थापित किए जा रहे 5 हजार 658 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन कर कार्यों की शुरुआत की गई है. इसके साथ ही, हवाई अड्डे के विस्तारीकरण, सड़कों और अन्य कार्यों को भी प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है, और इनकी निविदा प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने वाली है. अब, नाशिक परिक्रमा मार्ग को विकसित करने के लिए राज्य सरकार की मंजूरी प्राप्त हो गई है.
कल हुई बैठक में जिन अन्य विषयों पर चर्चा की गई और निर्णय लिए गए, उनमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, नाशिक (ओझर) में नई इंटीग्रेटेड टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण और संबंधित कार्य महाराष्ट्र राज्य बुनियादी ढांचा विकास महामंडल के माध्यम से करवाना; त्र्यंबकेश्वर में सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से केंद्रीय प्रशासनिक इमारत के निर्माण को प्रशासनिक मंजूरी देना; सिंहस्थ कुंभमेले के दौरान व्यवस्था और अन्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए बाहर से आने वाले पुलिस कर्मियों, रेलवे, एसटी महामंडल, स्वास्थ्य, और स्वच्छता कर्मचारियों के निवास की व्यवस्था हेतु मैरिज हॉल का अधिग्रहण करना; प्राधिकरण का काम पूर्ण क्षमता से शुरू करने के लिए जिला परिषद की पुरानी इमारत को किराए पर लेने की मंजूरी देना; लक्ष्मीनारायण मंदिर, नंदिनी एसटीपी, नवश्या गणपती, सोमेश्वर मंदिर और धबधबा (झरना) में घाट निर्माण को मंजूरी देना; तथा यातायात के दबाव को कम करने और यातायात सुचारु रखने के लिए पुलिस बल की सहायता हेतु ट्रैफिक वॉर्डन की नियुक्ति को मंजूरी देना शामिल हैं.
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इन स्वीकृतियों से सिंहस्थ के कार्य और तेज़ी से शुरू होंगे, जिससे नाशिक सहित पूरे ज़िले के विकास को बढ़ावा मिलेगा. इसके परिणामस्वरूप शहर में यातायात सुचारु होगा, शहर का सौंदर्यीकरण होगा, रोज़गार में वृद्धि होगी, और आने वाले भक्तों को अधिक सुविधाएं उपलब्ध होने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार सृजन को प्रोत्साहन मिलेगा.






