प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: देश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के भी कई बड़े शहरों में यह प्रक्रिया जारी है। नवी मुंबई के एक इलाके से 5 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर बिना वैध दस्तावेजों के देश में रहने के आरोप है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रविवार सुबह नवी मुंबई पुलिस के मानव तस्करी निरोधक प्रकोष्ठ (AHTC) की एक टीम ने पनवेल के करंजदे में एक परिसर पर छापा मारा। इस दौरान वहां दो महिलाओं समेत 6 बांग्लादेशी नागरिक रहते पाए गए।
अधिकारी के अनुसार पांचों को उनकी आव्रजन स्थिति (Immigration Status) की प्रारंभिक जांच के बाद हिरासत में ले लिया गया। जिसमें से 3 आरोपियों की वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी। इसके बाद भी वे भारत में रुके रहे, जबकि अन्य दो बिना किसी वैध ट्रैवल डॉक्युमेंट या परमिशन के अवैध रूप से भारत में घुसे थे।
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपियों ने आधार कार्ड, पैन कार्ड व मतदाता पहचान पत्र समेत भारतीय पहचान दस्तावेज धोखाधड़ी से बना लिए थे। तीन आरोपियों ने तो भारतीय पासपोर्ट भी हासिल कर लिए थे।
अधिकारी ने बताया कि पनवेल टाउन पुलिस स्टेशन में आरोपी अन्ना खातून आकाश गाजी (35) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उसे उसकी 6 साल की बेटी, अलो खातून इस्माइल गाजी (31), इस्तराफिल इस्लाम गाजी (25), किआ आकाश गाजी (21) और आकाश लतीफ गाजी (40) के साथ गिरफ्तार किया गया है।
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इस मामले में सेवानिवृत्त भारतीय नागरिक मोहम्मद इस्माइल अमीनोद्दीन येरुलकर (52) को भी सह आरोपी बनाया गया है। येरुलकर पर कथित तौर पर समूह को भारतीय पहचान दस्तावेज हासिल करने में मदद करने और देश में उनके अवैध प्रवास को सुविधाजनक बनाने का आरोप है। गिरफ्तार आरोपियों को सोमवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। इसके बाद आगे की जांच के लिए उन्हें 9 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।