नारायण राणे (सौजन्य-एएनआई)
मुंबई: राज्य में मनसे और उद्धव बालासाहेब ठाकरे की पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा चल रही है। कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि इससे पार्टी और महाराष्ट्र की जनता को फायदा होगा। हालांकि, कई भाजपा नेताओं ने कहा है कि इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस बारे में बोलते हुए मंत्री नितेश राणे ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा, “एक पार्टी के पास 20 विधायक हैं और दूसरी पार्टी के पास शून्य विधायक हैं। उनके पास बहुत ताकत है। हम अब इतने डरे हुए हैं कि हमें नींद नहीं आ रही है। हमें यह सोचकर पसीना आ रहा है कि हमारा क्या होगा।”
नितेश राणे की आलोचना का जवाब देते हुए मनसे नेता प्रकाश महाजन ने तीखा जवाब दिया था। महाजन ने कहा था कि मैं नितेश राणे को गंभीरता से नहीं लेता। राणे में कोई वैचारिक गहराई नहीं है। उनकी वैचारिक ऊंचाई इतनी है कि अगर वे खड़े होते तो लौंग के आकार के होते और अगर बैठते तो विलो के आकार के होते। इसलिए ऐसे व्यक्ति को गंभीरता से क्यों लिया जाए? महाजन ने कहा था कि नितेश राणे अपनी वैचारिक ऊंचाई और चौड़ाई के हिसाब से सलाह देते हैं। अब नारायण राणे ने महाजन की आलोचना का जवाब दिया है।
नारायण राणे ने प्रकाश महाजन के बयान का जवाब देते हुए एक पोस्ट किया। अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा, “राज और मेरे (नारायण राणे) बारे में जो कहा, उसके बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहता। राज ठाकरे और मेरा रिश्ता शब्दों से परे है।”
— Narayan Rane (@MeNarayanRane) June 9, 2025
उन्होंने लिखा, “प्रकाश महाजन कौन हैं? राजनीति, सामाजिक कार्य, विधायी क्षेत्र में आपका क्या योगदान है? किसी भी पार्टी में पद मिलने पर आपमें मुंह और जुबान का इस्तेमाल बंद करने की ताकत नहीं है। महाराष्ट्र राज्य के कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने इस युग में अपनी विचारधारा, बुद्धिमत्ता और छवि को जनता के मन में साबित किया है।”
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नारायण राणे ने आगे लिखा, “निलेश, नितेश और नारायण राणे वैचारिक होने से कोसों दूर हैं। वैचारिक ऊंचाई तय करने वाले आप कौन होते हैं? हमारी वैचारिक ऊंचाई जनता ने तय की है। नितेश को जनता ने तीन बार चुना है। आपको कितनी बार चुना गया है? यदि आप राणे के रास्ते पर आए हैं, तो मैं आपको सही रास्ता दिखाने का काम जरूर करूंगा। आपको निलेश, नितेश को वफादारी सिखाने की जरूरत नहीं है। आप जैसे आधे-अधूरे मन वाले लोगों को यह नहीं कहना चाहिए। प्रकाश महाजन, आप अपनी योग्यता से ज्यादा बोल रहे हैं। अगर आप फिर से बोलेंगे तो मैं आपको उल्टा करने पर मजबूर कर दूंगा।