उद्धव ठाकरे, हर्षवर्धन सपकाल व शरद पवार (डिजाइन फोटो)
MVA Forms Coordination Committee: महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने आगामी स्थानीय निकाय चुनाव मिलकर लड़ने की तैयारी तेज करते हुए सोमवार को एक राज्य स्तरीय समन्वय समिति के गठन की घोषणा की। सहयोगी दलों ने स्पष्ट किया कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को एमवीए में शामिल करने के लिए अब तक कोई औपचारिक प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है।
कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-शरदचंद्र पवार (एसपी) और शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) ने आगामी स्थानीय निकाय चुनाव मिलकर लड़ने की तैयारियों को आगे बढ़ाने के लिए एक राज्य स्तरीय समन्वय समिति के गठन का एलान किया।
राकांपा (एसपी) की राज्य इकाई के अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने यह घोषणा एमवीए की एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए की। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल और शिवसेना (उबाठा) के विधान परिषद के सदस्य अनिल परब भी पत्रकारों को संबोधित करने वालों में शामिल थे।
कांग्रेस नेता हर्षवर्धन सपकाल ने बताया कि नई समन्वय समिति में गठबंधन के सभी सहयोगियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। सपकाल ने स्पष्ट किया कि समिति का काम संवाद को आसान बनाना और गठबंधन के भीतर उठे किसी भी मतभेद को सुलझाना होगा।
समिति चुनाव से पहले उम्मीदवारों से जुड़े किसी भी मुद्दे का समाधान करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। सपकाल ने कहा कि हमने आगामी चुनावों का सामना कैसे करना है, इस पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने आगे कहा कि अगर उम्मीदवारों को लेकर कोई मतभेद या चर्चा की आवश्यकता होती है, तो यह समन्वय समिति उसे संभालेगी।
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समिति राज्य भर में हो रहे चुनावों के दौरान काम की बारीकियों पर गौर करेगी, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा और समन्वय करेगी, और एक सौहार्दपूर्ण समाधान निकालेगी। सपकाल ने यह भी बताया कि समिति को आवश्यकता पड़ने पर निर्णय लेने का अधिकार होगा और यह विवादों को सुलझाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगी।
एमवीए सहयोगियों ने राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे के साथ गठबंधन की संभावना पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी। सहयोगी दलों ने यह स्पष्ट किया कि एमवीए में शामिल होने का कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है।
शशिकांत शिंदे ने कहा कि महाविकास अघाड़ी के समक्ष महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ हाथ मिलाने का अब तक कोई प्रस्ताव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि चूंकि औपचारिक प्रस्ताव का अभाव है, इसलिए मनसे के साथ बातचीत का सवाल ही नहीं उठता।
हालांकि, शिंदे ने यह भी कहा कि अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है, तो गठबंधन के नेता साथ बैठकर इस पर चर्चा करेंगे और निर्णय लेंगे। सपकाल ने पुष्टि की कि एमवीए के सहयोगी पिछले दो बड़े चुनाव मिलकर लड़े थे और वे एमवीए तथा ‘इंडिया’ गठबंधन दोनों के तहत आगामी चुनाव मिलकर लड़ने के लिए तैयार हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)