मुंबई टाटा पावर 80 मेगावाट ग्रीन एनर्जी (pic credit; social media)
Mumbai get 80 MW Green Energy: टाटा पावर ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए अपनी सहायक कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड और टाटा पावर मुंबई डिस्ट्रीब्यूशन के बीच बिजली खरीद समझौता (पीपीए) किया है। इस समझौते के तहत 50 मेगावाट की फर्म और डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी (एफडी आरई) परियोजना स्थापित की जाएगी, जिससे मुंबई में स्वच्छ और भरोसेमंद बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
यह परियोजना सौर, पवन और बैटरी स्टोरेज सिस्टम को एकीकृत करेगी और पीक-आवर के दौरान भी स्थिर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। अगले 24 महीनों में पूरा होने वाला यह प्रोजेक्ट सालाना लगभग 315 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करेगा। अनुमान है कि इससे हर वर्ष 0.25 मिलियन टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी।
परियोजना की बड़ी खासियत यह है कि यह पीक आवर के दौरान 4 घंटे तक बिजली आपूर्ति की गारंटी देगी, जिसमें 90% से अधिक उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इस पहल से टाटा पावर मुंबई डिस्ट्रीब्यूशन को अपने नवीकरणीय ऊर्जा दायित्व को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
इसे भी पढ़ें- 1 लाख करोड़ निवेश करने जा रही है टाटा ग्रुप की ये कंपनी, शेयर में दिखेगा उछाल!
विशेषज्ञों का कहना है कि मुंबई जैसे बड़े शहर में बढ़ती बिजली की मांग को ध्यान में रखते हुए यह प्रोजेक्ट ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण दोनों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इससे शहर के घरेलू, व्यावसायिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं को स्थिर और स्वच्छ बिजली उपलब्ध होगी।
टाटा पावर ने यह भी स्पष्ट किया कि परियोजना के तहत उत्पादन में तकनीकी समस्याओं से बचने के लिए अत्याधुनिक बैटरी स्टोरेज सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे बिजली आपूर्ति में किसी प्रकार का अंतराल नहीं आएगा। इस पहल के जरिए टाटा पावर ने मुंबई को स्मार्ट और ग्रीन सिटी बनाने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है।