मुंबई में 38 करोड़ की ठगी (pic credit; social media)
38 Crore Fraud in Bandra: मुंबई में रियल एस्टेट के नाम पर एक बड़े ठगी का मामला सामने आया है। बांद्रा पुलिस ने विले पार्ले के रहने वाले 54 वर्षीय विजय ठक्कर की शिकायत पर अल्ट्रा लाइफ स्पेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तीन निदेशकों- मयंक शाह, जिग्नेश शाह और तुषार शाह के खिलाफ 38 करोड़ रुपये की ठगी का मामला दर्ज किया है।
आरोप है कि कंपनी ने बांद्रा रिक्लेमेशन प्रोजेक्ट में ठक्कर को तीन फ्लैट देने का वादा किया था, लेकिन वादा निभाने के बजाय उन्हें वर्षों तक टरकाया गया।
शिकायतकर्ता विजय ठक्कर ने बताया कि उन्होंने 2014 और 2015 में सात्रा प्रॉपर्टीज द्वारा विकसित फ्लैट्स बुक किए थे। बाद में यह प्रोजेक्ट अल्ट्रा लाइफ स्पेस प्राइवेट लिमिटेड के अधीन चला गया। ठक्कर ने 7.35 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया था, जबकि तीनों फ्लैट्स की कुल कीमत करीब 38 करोड़ रुपये थी।
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समझौते के मुताबिक, दिसंबर 2017 तक फ्लैट्स का कब्जा मिलना था और अगर देरी होती तो कंपनी को 18 प्रतिशत ब्याज देना था। लेकिन 2018 में भी कब्जा नहीं मिला। कंपनी ने 2020 तक डिलीवरी का नया वादा किया, पर तब भी ठक्कर को उनके फ्लैट्स नहीं मिले।
एफआईआर में कहा गया है कि जहां कुछ खरीदारों को 2020 से कब्जा मिलना शुरू हुआ, वहीं ठक्कर को तीनों फ्लैट्स से वंचित रखा गया। लगातार वादों और झूठे बहानों से परेशान होकर उन्होंने आखिरकार बांद्रा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ठगी की रकम 3 करोड़ से ज्यादा होने के कारण केस आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को सौंपा जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “मामला हमारे पास आ चुका है। तीनों निदेशकों को जल्द समन भेजकर पूछताछ की जाएगी।”