
एकनाथ शिंदे (सौ. सोशल मीडिया )
Mira Bhayandar News In Hindi: मीरा-भाईंदर महानगरपालिका चुनाव को लेकर भाजपा-शिवसेना महायुत्ति पर राजनीतिक हलचल तेज़ है। लंबे समय से इस बात की प्रतीक्षा थी कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिदि महायुति को लेकर कोई स्पष्ट घोषणा करेंगे, लेकिन औपचारिक ऐलान भले ही नहीं हुआ।
शिंदे के वक्तव्य ने यह साफ कर दिया कि शहर का तेज और समग्र विकास महायुति के माध्यम से ही संभव है। मीरारोड स्थित शिवार गार्डन में शिवसेना द्वारा आयोजित कार्यकर्ता निर्धार सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, कि हमारी महायुति कुर्सी की नहीं, बल्कि विचारों की है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव हमने साथ लड़े हैं और मनपा चुनाव भी साथ मिलकर लड़ना ही शहर के हित में है।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि मीरा-भाईंदर मनपा चुनाव में भाजपा और शिवसेना महायुति में उतरती है, तो शहर के विकास की गति कई गुना बढ़ेगी। स्थानीय स्तर पर यदि किसी प्रकार की असहमति या नेतृत्व से जुड़ी समस्या है, तो उस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा कर समाधान निकाला जाएगा। उपमुख्यमंत्री शिंदे ने भरोसा जताया कि मुंबई, ठाणे और मीरा-भाईंदर में महायुति – मिलकर मनपा पर भगवा फहराएगी।
विकास कार्यों की खुलकर सराहना अपने संबोधन में शिंदे ने परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक द्वारा किए गए विकास कार्यों की विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए बनाए गए समाज भवन, सीमेंट कंक्रीट की सड़कें, स्वर्गीय लता मंगेशकर नाट्यगृह, बालासाहेब ठाकरे कला दालन, सूर्या जल परियोजना से पानी की आपूर्ति और मेट्रो परियोजना के लिए किए गए प्रयासों का उल्लेख किया, शिंदे ने कहा कि इन सभी कार्यों के लिए उन्होंने स्वयं निधि उपलब्ध कराई थी और आज वे विकास कार्य जमीन पर दिखाई दे रहे हैं।
शिंदे ने मुख्यमंत्री रहते हुए लागू की गई लाडली बहन योजना को अपने कार्यकाल का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि इस योजना के कारण लाखों बहने आत्मनिर्भर बनी, छोटे व्यवसाय शुरू किए और आज वे अपने हस्ताक्षर से बैंक से पैसे निकालने में सक्षम है। उन्होंने जोश भरे अंदाज में कहा, विधानसभा चुनाव में मेरी लाडली बहनों ने विरोधियों का टांगा पलट दिया था।
अब मनपा चुनाव में उनके घोड़े भगाने हैं। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि पहले के मीरा-भाईंदर और आज के मीरा-भाईंदर में जो स्पष्ट अंतर दिखाई देता है, वह उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सहयोग से संभव हुआ है।
उन्होंने कहा कि शहर के विकास के लिए जब-जब उन्होंने निधि मांगी, शिंदे ने बिना देर किए मंजूरी दी। सरनाईक ने यह भी स्पष्ट किया कि कई बड़े विकास कार्य उस समय हुए, जब मनपा में प्रशासक शासन था। उन्होंने आरोप लगाया कि उस दौर में सत्ताधारियों ने बालासाहेब ठाकरे कला दालन जैसे प्रकल्पों का भी विरोध किया था।
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इस अवसर पर आरपीआई (आठवले) के मीरा-भाईंदर जिलाध्यक्ष देवेंद्र शेलेकर ने कहा कि जब केंद्र और राज्य में महायुति की सरकार है, तो मनषा चुनाव भी महायुति में ही लड़ा जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि यदि मीरा-भाईंदर में महायुति नहीं बनती है, तो आरपीआई शिवसेना के साथ खड़ी रहेगी, क्योंकि भाजपा ने उनके अनुसार वोट तो लिए, लेकिन अपेक्षित काम नहीं किया।






