महाराष्ट्र में बनेंगे स्मार्ट आंगनवाड़ी केंद्र(डिजाइन फोटो)
मुंबई: सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व की महायुति सरकार स्मार्ट आंगनवाडियों की संख्या बढ़ाने पर खासा जोर दे रही है। इसके लिए सरकार अपनी जमीन वाली आंगनवाडियों में से पांच हजार आंगनवाड़ियों को हर साल स्मार्ट बनाने की योजना पर काम कर रही है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने विधान परिषद में बताया कि पिछले तीन साल में 16,885 आंगनवाड़ी केंद्रों को सरकार स्मार्ट आंगनवाड़ी केंद्रों में तब्दील कर चुकी है और इसकी गति बढ़ाने के लिए सरकार से अनुमति मांगी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने किराए के मकानों में चलने वाली आंगनवाडियों का किराया दोगुना कर दिया है और इसे और बढ़ाने के लिए सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
बता दें कि विधान परिषद के सदस्य विजय गिरकर ने राज्य में आंगनवाड़ियों को लेकर सवाल उठाया। चर्चा में विपक्षी नेता अंबादास दानवे के साथ सर्वश्री सत्यजीत तांबे, ज्ञानेश्वर म्हात्रे, गोपीचंद पडलकर, जयंत पाटिल, सुनील शिंदे आदि सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि राज्य में 1 लाख 10 हजार 556 आंगनवाड़ी केंद्र हैं। इनमें से 72,379 केंद्र स्वयं के स्वामित्व वाले क्षेत्र में हैं।
जिन केंद्रों के पास अपनी जगह नहीं है, उन्हें जगह उपलब्ध कराने का अनुरोध जिलाधिकारी से किया गया है। जिन 8084 नए आंगनवाड़ी केंद्रों पर आंगनवाड़ी केंद्र नहीं हैं, उनके प्रस्ताव केंद्र सरकार को अनुमोदन हेतु भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन आंगनवाड़ी केंद्रों पर बिजली उपलब्ध नहीं है या बिजली कटौती होती है, वहां सौर ऊर्जा के माध्यम से इस समस्या का समाधान करने के लिए बजट में प्रावधान किया गया है।
मुंबई की मलिन बस्तियों में 5147 आंगनवाड़ी केंद्र हैं। मनपा क्षेत्र के कुल आंगनवाड़ी केंद्रों में से 20 से 25 प्रतिशत केंद्र महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीन हैं। मंत्री ने कहा कि मनपा क्षेत्र में लीज पर मिलने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों की किराया राशि 4 हजार से बढ़ाकर 8 हजार, ए श्रेणी के नगर निगम क्षेत्र में 3 से बढ़ाकर 6 हजार, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी किराए की राशि दोगुनी कर दी गई। इस दौरान उपासभापति डॉ. नीलम गोर्हे ने सुझाव दिया कि आंगनवाड़ी केंद्र साफ-सुथरा होना चाहिए और रेडी रेकनर के अनुसार किराया देना चाहिए।