देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: रवींद्र चव्हाण को पार्टी के नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित किए जाने के मौके पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चव्हाण की प्रशंसा के बाद महाराष्ट्र में जारी हिंदी बनाम मराठी विवाद पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में केवल एक ही भाषा अनिवार्य है, वह है मराठी।
उन्होंने कहा कि इस वजह से सभी को मराठी सीखनी ही चाहिए। लेकिन इसके साथ-साथ हमें हिंदी पर भी गर्व है। हमें भारत की हर भाषा पर गर्व है। उन्होंने आदित्य ठाकरे और अमित ठाकरे का नाम लिए बगैर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपने बच्चों को बॉम्बे स्कॉटिश में पढ़ाना और अंग्रेजी बोलना, ऐसे विदेशी भाषा अंग्रेजी के लिए लाल गलीचे बिछाना और भारतीय भाषाओं का विरोध हमें बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं है। हमने एक समिति बनाई है और हम किसी के दबाव में आए बिना छात्रों के हित में निर्णय लेंगे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि देश में त्रिभाषा फार्मूला लागू होने के बाद, उद्धव की सरकार ने उस फार्मूले को कैसे स्वीकार किया जाए, यह तय करने के लिए एक समिति बनाई थी। उस समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि कक्षा 1 से 12 तक हिंदी को अनिवार्य किया जाना चाहिए। उस रिपोर्ट को उद्धव की कैबिनेट ने स्वीकार किया। उन्होंने उस पर हस्ताक्षर किए। हमारी सरकार ने तय किया कि हिंदी या कोई अन्य भाषा तीसरी भाषा के रूप में सीखनी चाहिए। लेकिन इन्होंने सिर्फ हिंदी अनिवार्य का दुष्प्रचार शुरू कर दिया।
फडणवीस ने उद्धव की पार्टी शिवसेना यूबीटी को फेक नैरेटिव बनाने वाली फैक्ट्री करार देते हुए कहा कि लोकसभा में फेक नैरेटिव के जरिए इन्होंने चुनाव परिणाम प्रभावित किया था लेकिन विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी इनकी फेक नैरेटिव की फैक्ट्री बंद नहीं हुई। अब महानगरपालिका चुनाव नजदीक हैं। जिला परिषद चुनाव नजदीक हैं। तो इनका मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश का आरोप शुरू हो गया है। लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि किसी के बाप में इतना दम नहीं है कि वह मुंबई को महाराष्ट्र से अलग कर सके। ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के फैसलों के खिलाफ बोलना और फिर चिल्लाना कि हम जीत गए, यही इनकी नीति है।
उद्धव का नाम लिए बगैर फडणवीस ने कहा कि ये सिर्फ मराठी के नाम पर राजनीति करते रहे हैं। चुनाव के दौरान इन्हें मराठी लोगों की याद आती है। मुंबई, गिरगांव के मराठी लोग इनकी वजह से बाहर गए। भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद, हमने मुंबई के विकास के लिए काम किया है। हमने मराठियों को बीबीडी चाल, अभ्युदय नगर में घर दिया। हम ही हैं जिन्होंने धारावी में गरीबों को घर दिए। महाराष्ट्र के हर कोने में किसान समृद्ध हों, युवाओं को काम मिले, ये हमारा प्रयास है।
सदावर्ते को उद्धव-राज-शरद से जान का खतरा, UBT वर्कर बोला-चांटा लगाओ 1 लाख ले जाओ
उन्होंने आगे कहा हमारी सरकार ने 16 लाख करोड़ रुपए के अनुबंधों पर हस्ताक्षर करके राज्य को नंबर एक पर लाया गया है। हम गरीब किसानों को पानी देना चाहते हैं। हम सूखे को अतीत की बात बनाना चाहते हैं। हमने 2014 के बाद जो कहा, वह किया है। हम बडबोले नहीं हैं। बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक नेतृत्व तैयार किया है। मोदी ने पिछले 11 वर्षों में इस देश में बदलाव लाया है। 25 करोड़ गरीबों को गरीबी से उबारने का काम किया है।