महाराष्ट्र साइबर पुलिस एक्शन (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हमलों का सिलसिला जारी हो गया और तनाव की स्थिति निर्माण हो गई। इस तनाव के बीच सोशल मीडिय पर तेजी से अफवाहों और फेक न्यूज का दौर चल पड़ा और लोगों पैनिक होने लगे। इस पर महाराष्ट्र साइबर ने निगरानी रखी और एक्शन लिया।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी न्यूज और फेक वीडियो की बाढ़ आ गई। महाराष्ट्र की साइबर पुलिस ने फेक वीडियो, फर्जी खबरों और गलत सूचना फैला रहे 5,000 सोशल मीडिया पोस्ट को सोशल मीडिया मंच से हटा दिया। एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि सेना की गतिविधियों, रणनीतिक अभियानों या पड़ोसी देशों की जवाबी कार्रवाइयों के बारे में फर्जी खबरें सोशल मीडिया पर पाई गईं। इसके बाद उन्हें हटाया गया।
महाराष्ट्र राज्य साइबर विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक का कार्यालय साइबर सुरक्षा के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है। साइबर सेल डिजिटल व्यवस्था बनाए रखने के लिए गलत, फर्जी व भ्रामक सूचना, सार्वजनिक सुरक्षा, राष्ट्रीय अखंडता को खतरा पहुंचाने वाली गतिविधियों के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म और सोशल मीडिया नेटवर्क पर लगातार नजर रखता है।
साइबर अपराध का पता लगाने वाली एजेंसी ने ऐसी ही सैन्य संघर्ष के बारे में फर्जी खबरें और गलत सूचना वाली लगभग 5,000 भ्रामक सोशल मीडिया पोस्ट हटा दी हैं। एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने सैन्य संघर्ष से संबंधित फर्जी खबरों और गलत सूचनाओं के प्रसार को लेकर परामर्श भी जारी किया था। उन्होंने कहा कि असत्यापित और भ्रामक सामग्री राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है व समाज में भ्रम और अशांति को संघर्ष को बढ़ावा देती है। लोगों से अपील की जाती है कि राष्ट्रीय महत्व के मामलों में संयम और विवेक का प्रयोग करें।