
महाराष्ट्र बॉक्सिंग एसोसिएशन अध्यक्ष पद के चुनाव में प्रवीण दरेकर की बाजी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Maharashtra Boxing Association: महाराष्ट्र बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा नेता और विधायक प्रवीण दरेकर ने बहुमत से जीत हासिल की है। जय कवळी और प्रवीण दरेकर के पैनल के सभी 29 उम्मीदवार विजयी हुए हैं। महाराष्ट्र बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के लिए आज चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई, जिसमें प्रवीण दरेकर ने बाजी मारी।
महाराष्ट्र बॉक्सिंग संघ की वार्षिक चुनाव प्रक्रिया रविवार, 9 नवंबर 2025 को मुंबई के वरली स्थित धर्मादाय आयुक्त कार्यालय में संपन्न हुई। मतदान का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक निर्धारित था। पूरी प्रक्रिया धर्मादाय आयुक्त और चुनाव अधिकारी की देखरेख में हुई। इस चुनाव में अध्यक्ष, 16 उपाध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष, कार्यकारी सचिव, प्रबंधकीय सदस्य और विभागीय सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों के लिए मतदान हुआ।
इस दौरान कोषाध्यक्ष पद के लिए नासिक के एडवोकेट मनोज पिंगळे निर्विरोध चुने गए। वहीं, विभागीय सचिव पद की कुल आठ सीटों में से छह पर उम्मीदवार निर्विरोध विजयी हुए, जिनमें नाशिक के मयूर बोरसे, कोल्हापुर के मंगेश कराळे, लातूर के एडवोकेट संपत साळुंखे, छत्रपति संभाजीनगर के अरुण भोसले, पुणे के विजयकुमार यादव और अमरावती के विजय गोटे शामिल हैं।
अध्यक्ष पद को लेकर राज्य के खेल जगत की निगाहें इस चुनाव पर टिकी थीं। अध्यक्ष पद के लिए प्रवीण दरेकर और रणजीत सावरकर के बीच सीधी टक्कर हुई, जिसमें अंततः दरेकर विजयी रहे। महासचिव पद के लिए भरतकुमार भावल और राकेश तिवारी, कार्यकारी सचिव पद के लिए शैलेश ठाकुर, सविता बावनथडे, और प्रशासकीय सचिव पद के लिए महेश सकपाळ व नीलम पाटील के बीच मुकाबला हुआ।
उपाध्यक्ष पद के लिए कुल 23 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें पंकज भारसाखळे, मुन्ना कुरणे, मिलिंद साळुंके, तुषार रंधे, अविनाश बागवे, संग्राम गावंडे, गौतम चाबुकस्वार, गौरव चांडक, राजेश देसाई, शेख गफ्फार अकबर, वैभव वनकर, संतोष आंबेकर, विक्रांत खेडकर, नील पाटील, शाहुराज बिराजदार, अरुण बुटे, जयप्रकाश दुबळे, अमर भंडारवार, नीलम पाटील, गोपाल देवांग, राजाराम दळवी, और विजय सोनावणे शामिल हैं।
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नई कार्यकारिणी के सामने राज्य में बॉक्सिंग खेल के विकास, प्रतियोगिताओं के आयोजन, खिलाड़ियों को प्रशिक्षण सुविधाएं देने, जिला और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित करने और नीतिगत योजनाओं को लागू करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। इस कारण से इस चुनाव पर पूरे खेल जगत का ध्यान केंद्रित था।






