हरतालिका तीज (pic credit; social media)
Maharashtra News: हिन्दू धर्म में हरतालिका तीज का विशेष महत्व माना गया है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, सुख-समृद्धि और दांपत्य जीवन की खुशहाली के लिए करती हैं, वहीं अविवाहित कन्याएं मनचाहा वर पाने की कामना से इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं। इस वर्ष हरतालिका तीज का पर्व 26 अगस्त, सोमवार को कई शुभ और दुर्लभ संयोगों के साथ मनाया जाएगा।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 25 अगस्त को दोपहर 12:34 बजे से प्रारंभ होगी और 26 अगस्त को दोपहर 1:54 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार व्रत 26 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन महिलाएं मिट्टी के शिवलिंग, माता पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा बनाकर विधि-विधान से पूजा करेंगी।
ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री के अनुसार इस बार हरतालिका तीज पर साध्य योग और शुभ योग का संयोग बन रहा है। साध्य योग दोपहर 12:09 बजे तक रहेगा, जिसके बाद शुभ योग का आरंभ होगा। इसके अलावा रवि योग भी इस दिन बन रहा है। इन सभी योगों में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने से साधकों को अक्षय और अमोघ फल की प्राप्ति होगी।
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पंचांग के अनुसार सूर्योदय सुबह 5:56 बजे और सूर्यास्त शाम 6:49 बजे होगा। चंद्रोदय सुबह 8:33 बजे तथा चंद्रास्त रात 8:29 बजे होगा। ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 4:27 से 5:12 बजे तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 2:31 से 3:23 बजे तक तथा गोधूलि मुहूर्त शाम 6:49 से 7:11 बजे तक है।
हरतालिका तीज व्रत का पारण 27 अगस्त की सुबह सूर्योदय के साथ किया जाएगा। पारण का शुभ समय सुबह 5:57 बजे से रहेगा। आस्था और विश्वास से किए गए इस व्रत से साधक की हर मनोकामना पूर्ण होने की मान्यता है।