मुंबई: अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक की बेटी (Nawab Malik Daughter) निलोफर खान (Nilofer Khan) ने आरोप लगाया है कि बीजेपी (BJP) नेताओं के निर्देश पर उनके पिता को फर्जी मामले (Fake Case) में फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि ईडी (ED) के अधिकारी मेरे पिता को झूठ बोल कर अपने कार्यालय ले गए और वहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड की मौजूदगी में पत्रकारों से बातचीत में निलोफर ने कहा कि ईडी ने उनके पिता का दाऊद के साथ कनेक्शन को दिखाने के लिए झूठे सबूत पेश किए हैं। ईडी की रिमांड कॉपी में नवाब मलिक का जिक्र राजस्व मंत्री के तौर पर है। रिमांड कॉपी में कहा गया है कि कुर्ला में जमीन के लेन-देन के समय नवाब मलिक राजस्व मंत्री थे, जबकि नवाब मलिक कभी राजस्व मंत्री नहीं थे। फिर भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने रिमांड कॉपी में गलत जानकारी का जिक्र किया है। जमीन का सौदा 55 लाख रुपए का है।
नीलोफर खान ने यह भी दावा किया कि ईडी के अधिकारियों ने उनके पिता से झूठ बोला। उन्होंने कहा कि हमारे पास सर्च वारंट है। इसलिए हमने उनसे घर की तलाशी लेने को कहा। फिर उन्होंने ईडी के अधिकारियों से कहा कि मेरे पिता को आपसे कुछ सवाल पूछने के लिए कार्यालय आना होगा। हमारे पिता बीजेपी के खिलाफ आक्रामकता के साथ आवाज उठाते रहे हैं इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी है।