DHFL 34 हजार करोड़ घोटाला (pic credit; social media)
DHFL Loan Fraud: मुंबई में बहुचर्चित डीएचएफएल लोन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने कुरला इलाके में 154 फ्लैट्स और अन्य संपत्तियों को अटैच कर लिया है। इनकी अनुमानित कीमत करीब ₹186 करोड़ बताई जा रही है। इसके साथ ही अब तक इस मामले में कुल अटैच की गई संपत्तियों का मूल्य ₹256 करोड़ तक पहुँच चुका है।
यह कार्रवाई उस समय हुई है जब डीएचएफएल लोन घोटाले को देश के सबसे बड़े वित्तीय घोटालों में से एक माना जा रहा है। आरोप है कि इस घोटाले में ₹34,615 करोड़ की भारी-भरकम राशि का गबन किया गया। इतना ही नहीं, इस रकम को फर्जी कंपनियों और निवेशों के जरिए इधर-उधर घुमाने का भी खुलासा हुआ है।
ED अधिकारियों के अनुसार, जांच के दौरान यह पाया गया कि कई संपत्तियाँ कथित तौर पर अवैध धन से खरीदी गई थीं। इन्हीं में से कुरला स्थित 154 फ्लैट्स शामिल हैं। जांच एजेंसी ने साफ किया है कि इन संपत्तियों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत अटैच किया गया है ताकि भविष्य में आरोपी पक्ष संपत्ति बेचकर फायदा न उठा सके।
गौरतलब है कि डीएचएफएल (दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड) पर आरोप है कि उसने बैंकों और वित्तीय संस्थानों से लिए गए हजारों करोड़ रुपये का दुरुपयोग किया। पैसे को फर्जी खातों और शेल कंपनियों में ट्रांसफर किया गया। इस पूरे घोटाले ने बैंकिंग सेक्टर और निवेशकों दोनों को हिला कर रख दिया।
विशेषज्ञों का कहना है कि ED की यह कार्रवाई आगे की जांच में अहम साबित होगी। इससे आरोपी कंपनियों और व्यक्तियों पर दबाव बढ़ेगा। वहीं, निवेशकों को भी उम्मीद है कि धीरे-धीरे उनकी फंसी हुई राशि की वसूली का रास्ता साफ होगा।
मुंबई जैसे महंगे रियल एस्टेट बाजार में 154 फ्लैट्स का अटैच होना इस बात का सबूत है कि घोटाले की जड़ें कितनी गहरी हैं। ED आने वाले दिनों में और भी संपत्तियों की पहचान कर सकती है। सूत्रों के अनुसार, अब फोकस अन्य शहरों की प्रॉपर्टीज़ पर भी होगा।
कुल मिलाकर, डीएचएफएल लोन घोटाले में ED का यह कदम एक बड़ी प्रगति है। यह साफ संकेत है कि जांच एजेंसी इस मामले को अंजाम तक पहुंचाने के लिए आक्रामक रुख अपनाए हुए है।