फडणवीस कैबिनेट में होगा बड़ा फेरबदल, इन मंत्रियों का कट सकता है पत्ता, मुंडे को फिर मिलेगी कुर्सी!
Maharashtra News: मार्च 2025 के बजट सत्र में मंत्री पद गंवाने वाले धनंजय मुंडे के फिर से मंत्री बनने की अटकलें जोर पकड़ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल में जल्द ही फेरबदल हो सकता है, जिसमें धनंजय मुंडे को फिर से मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सियासी रणनीतियों के तहत धनंजय मुंडे के साथ-साथ तानाजी सावंत (शिवसेना) को भी मंत्री पद मिल सकता है। वहीं, राकां के नेता नरहरी झिरवल को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ सकता है
धनंजय मुंडे की बीज जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की नृशंस हत्या के बाद मंत्री पद गंवाने के बाद से ही मुंडे महायुति कैबिनेट में वापसी के लिए प्रयासरत थे। हाल ही में नागपुर में आयोजित डीसीएम अजीत पवार के राकां चिंतन शिविर में मुंडे ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए अजीत पवार, सुनील तटकरे, प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल जैसे वरिष्ठ नेताओं के सामने मंत्री बनने की गुहार लगाई। मुंडे ने कहा था, “अगर मैं कोई गलती करूं तो मेरे कान मरोड़ लीजिए, लेकिन मुझे बड़ी जिम्मेदारी दें।” इस पर अजीत पवार और सुनील तटकरे ने सकारात्मक संकेत दिए, जो कि मुंडे की वापसी की संभावना को मजबूत करते हैं।
निकाय चुनावों के मद्देनजर राज्य की सियासी पार्टियां सक्रिय हो गई हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने निकाय चुनाव 31 जनवरी 2026 से पहले कराने का आदेश दिया है, जिससे अजीत पवार बीड़ और आसपास के इलाकों में धनंजय मुंडे के जनाधार का लाभ उठाने की कोशिश करेंगे। ऐसे में नरहरी झिरवल को संगठन में कोई अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर मुंडे को मंत्री बनाया जा सकता है
वहीं, धनंजय मुंडे की पूर्व पत्नी करुणा मुंडे ने उनके मंत्री पद के लिए प्रयासों पर तंज कसते हुए कहा कि धनंजय को पद की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, “धनंजय अभी भी विधायक हैं और उन्हें कार्य करने का पूरा अवसर मिल सकता है।” करुणा ने यह भी सुझाव दिया कि धनंजय अपनी संपत्ति बेचकर बीड और परली के किसानों को मदद करें। उन्होंने कहा, “यदि वह अपनी संपत्ति बेचते हैं तो बीड के किसानों को 50,000 करोड़ रुपये की तत्काल मदद मिल सकती है।”
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धनंजय मुंडे की राजनीतिक वापसी की संभावनाएं तेज हैं, लेकिन पूर्व पत्नी के विरोध और निवर्तमान मंत्री झिरवल के स्थान पर मुंडे की एंट्री का खेल राजनीति की अंदरूनी चालों से तय होगा। मंत्रिमंडल के फेरबदल में कौन आगे बढ़ेगा और कौन पिछे रहेगा, यह आने वाले दिनों में सियासी हलचल के बीच ही साफ होगा