सांसद वर्षा गायकवाड़ और विधायक असलम शेख, फोटो: सोशल मीडिया
Varsha Gaikwad in Police Custody: मुंबई में निजीकरण के विरोध में विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सांसद वर्षा गायकवाड़ और विधायक असलम शेख के साथ-साथ महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता शनिवार को मालाड स्थित मालवणी टाउनशिप स्कूल के निजीकरण के विरोध में सड़क पर उतरे थे। इसी दौरान, पुलिस ने वर्षा गायकवाड़ और विधायक असलम शेख को हिरासत में ले लिया।
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि भाजपा गरीब बच्चों की शिक्षा छीनकर मुंबई महानगर पालिका के स्कूलों को एनजीओ के हाथों में सौंप रही है। हिरासत में लिए जाने से पहले सांसद वर्षा गायकवाड़ ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि 100 करोड़ रुपए खर्च कर बनाए गए इन स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए शिक्षा सुनिश्चित की गई थी, लेकिन अब भाजपा इसे खत्म करना चाहती है।
वर्षा गायकवाड़ ने सवाल करते हुए कहा, “स्कूल में लगभग 1200 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। सरकार ने 100 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद इसको अचानक निजी हाथों में सौंपने का काम क्यों किया है? जब मुंबई महानगर पालिका ने पूरा खर्चा उठाया है तो वह इस स्कूल को क्यों नहीं चला रही है, क्यों इसे दूसरों को सौंपा जा रहा है?”
उन्होंने आगे कहा, ‘महानगर पालिका के पैसों से बनाए गए स्कूल वही चलाए, इसलिए हम यहां आए हैं। कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने पर वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम यहां सरकार के मंत्री से मिलने आए, हमारी आवाज को सुना जाना चाहिए।
शाळांचा मांडलेला खासगीकरणाचा बाजार या मतलबी सरकारनं त्वरित बंद करावा..!
बहुजनांच्या, गोरगरिबांच्या मुलांना शिक्षणापासून दूर सारणारं हे दुटप्पी सरकार..!
शिक्षण हा विशेषाधिकार नसून प्रत्येक मुलाचा मूलभूत अधिकार आहे आणि समाजातील सामाजिक, आर्थिक दरी दूर करण्याचा प्रमुख साधन आहे.… pic.twitter.com/jrCj32iYrm
— Prof. Varsha Eknath Gaikwad (@VarshaEGaikwad) August 23, 2025
बीएमसी द्वारा संचालित स्कूल, जो गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों में जन्मी नई पीढ़ी को ज्ञान के माध्यम से उज्जवल भविष्य की ओर ले जाते हैं, सरकार और मुंबई नगर निगम का प्राथमिक लक्ष्य इन्हें चालू रखना होना चाहिए। लेकिन यह सरकार उल्टे रास्ते पर चल रही है। फिर भी, इस सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है। अपने बिल्डर मित्रों के लिए, ये लोग एक के बाद एक बीएमसी स्कूलों को बंद करके या निजी संस्थाओं को सौंपकर छात्रों के शिक्षा के अधिकार को नष्ट करने की साजिश रच रहे हैं।’
कांग्रेस के विधायक असलम शेख ने भी सरकार को निशाने पर लिया।असलम शेख ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘सरकार स्कूलों को बेचने का काम कर रही है। हम इसका विरोध करते हैं। हम महानगर पालिका के एक भी स्कूल निजी हाथों में सौंपने नहीं देंगे। गरीब के बच्चे अच्छे से पढ़ें बस यही सोच है और इसके लिए अगर हमें गिरफ्तार किया जाता है तो हम तैयार हैं।’