मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ( सोर्स: सोशल मीडिया)
Mumbai News:मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को महाराष्ट्र में बरसाती बाढ़ से परेशान किसानों की हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने मुनाफे में से किसानों की आर्थिक मदद करने से इनकार करनेवाले चीनी मिलों का मालिकों की तीखी आलोचना की और उन्हें कड़ी फटकार भी लगाई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कारखाने काटा मारकर (माल का सही वजन न करके) किसानों के धोखा देते हैं और नाजायज पैसा बनाते हैं, लेकिन किसानों की मदद के लिए उसे दान नहीं करते। आप किसानों को धोखा देकर पैसा बनाते हो और मुसीबत में फंसे किसानों की मदद के लिए 25 लाख रुपए देने की आपकी नीयत नहीं होती है? ऐसा सवाल करते हुए उन्होंने शक्कर कारखाना मालिकों को चेतावनी भरे लहजे में कह दिया कि मैनें किसानों से धोखाधड़ी करनेवाले शक्कर कारखानों को चिन्हित कर लिया है। अब हम ऐसे कारखानों का पूरा हिसाब करेंगे।
लोनी में एक किसान सभा में किसानों का आश्वस्त करते हुए सीएम फडणवीस ने कहा कि राज्य में भारी बारिश के कारण लगभग 60 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है। प्रभावित किसानों की मदद के लिए हर स्तर पर लोग आगे आ रहे हैं। इसी दौरान वर्ष 2025-26 की पेराई सत्र की शुरुआत को लेकर मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें 1 नवंबर से गन्ने का पेराई सत्र शुरू करने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि गन्ना किसानों से प्रति टन 15 रुपए की कटौती की जाएगी। इसमें से 5 रुपए सीधे भारी बारिश से प्रभावित किसानों की मदद के लिए और 10 रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि पिछली बार उच्च स्तरीय समिति की बैठक में हमने सहकारी कारखानों के मालिकों से कहा था तीस-तीस हजार करोड़ रुपए का लेन-देन हो रहा है। सरकार आपको 10-10 हजार करोड़ रुपए दे रही है, तो आप अपने मुनाफे में से पांच रुपये किसानों के लिए अलग निकालिए। हमने वो पैसा एफआरपी से नहीं मांगा था। एफआरपी का पैसा किसानों का है और मुनाफे का पैसा मालिकों का। लगभग 200 मिलें हैं। हमने हर मिल को अपने मुनाफे में से किसानों के लिए 25 लाख रुपए अलग रखने को कहा था, लेकिन कुछ लोगों ने बवाल मचाने लगे। किसान अपने खेतों में मेहनत करता है, अपने खून को पसीने के रूप में बहाकर फसल उगाता है और अपनी कृषि उपज आपको भेजता है, लेकिन जब ऐसी आपदा आती है और हम आपसे उन्हीं किसानों के लिए आपसे पांच रुपये देने को कहते हैं, तो आप आगे-पीछे देखते हैं?
सीएम फडणवीस ने कहा कि मालिकों से कहा कि सहकारी कारखानों के आप मालिक नहीं हैं, असली मालिक किसान हैं। इसलिए, सरकार किसानों के साथ ही खड़ी रहेगी। उन्होंने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि चिंता मत करिए, हमारी सरकार आपके साथ पूरी प्रतिबद्धता के साथ खड़ी है। राज्य सरकार पर्याप्त मदद का निर्णय लेगी।
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सीएम फडणवीस ने कहा कि कल ही उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और एकनाथ शिंदे के साथ बैठक में हमने किसानों की यथासंभव मदद करने की योजना पर मंथन किया। फडणवीस ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का हमें पूरी मदद का आश्वासन मिला है। एक सहकारिता कार्यकर्ता और पहले सहकारिता मंत्री के रूप में अमित शाह ने साहसिक निर्णय लिए और संस्थाओं को मजबूत करने के लिए महाराष्ट्र को 8 से 10 हजार करोड़ रुपए प्रदान किए।