सीएम देवेंद्र फडणवीस और नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन (File Photo)
Mumbai News: उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग शेखी बघार रहे थे। वे बेवजह ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे कि एनडीए के वोट बंट जाएंगे। लेकिन हुआ इसके उलट। विपक्षी दल अपने वोट नहीं बचा पाए। उनके वोटों की एक बड़ी संख्या हमारे एनडीए उम्मीदवार को चली गई। एक तरह से विपक्ष औंधे मुंह गिर गया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन की जीत पर कहा, “महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन अब देश के उपराष्ट्रपति चुने गए हैं, मैं उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं, प्रधानमंत्री और NDA के सभी दलों को भी धन्यवाद देता हूं। मुझे विश्वास है कि सी.पी. राधाकृष्णन देश के उपराष्ट्रपति के रूप में इस पद की गरिमा बढ़ाएंगे।”
CM फडणवीस ने आगे कहा, “मुझे खुशी है कि जब उनके चुनाव की घोषणा हुई, तो उनका पता महाराष्ट्र दिया गया। मुझे खुशी है कि सी.पी. राधाकृष्णन जो महाराष्ट्र के निवासी हैं, देश के उपराष्ट्रपति बने हैं, विपक्ष बड़बोलापन कर रहा था। लेकिन हुआ उल्टा और विपक्षी दल अपने वोट नहीं बचा पाए, उनके वोटों की एक बड़ी संख्या सी.पी. राधाकृष्णन को चली गई।”
उपराष्ट्रपति चुनाव नतीजे आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने क्रॉस वोटिंग का दावा किया है। चुनाव परिणाम भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। चुनाव के पहले भी एनडीए के कई नेताओं ने क्रॉस वोटिंग होने की बात कही थी। वहीं आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो 14 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है!
अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे राधाकृष्णन ने बीबीए की पढ़ाई की। OBC कैटेगरी से आने वाले राधाकृष्णन RSS से जुड़कर राजनीति में आए। 1998 और 1999 में उन्होंने कोयम्बटूर से सांसद के रूप में काम किया। तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने 19 हजार किमी की रथयात्रा निकाली।
यह भी पढ़ें- कौन होगा महाराष्ट्र का अगला राज्यपाल? नए चेहरे की तलाश में BJP, सीपी राधाकृष्णन बने उपराष्ट्रपति
राधाकृष्णन को खेलों में रुचि है, कॉलेज में वे टेबल टेनिस के चैम्पियन रहे। वे 20+ देशों की यात्रा कर चुके हैं। सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है और वे 16 साल की उम्र से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हुए हैं। राधाकृष्णन 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने।