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मुंबई: लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन से आहत बीजेपी, महाराष्ट्र विधानसभा के लिए नई रणनीति के साथ तैयारियों में जुटी है। सूत्रों का ऐसा कहना है कि खासकर मुंबई की 36 विधानसभी सीटों के लिए बीजेपी हिंदुत्व का एजेंडा अपनाएगी और ऐसा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के निर्देश पर किया जाएगा। मुंबई के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के उम्मीदवारों की चुनावी तैयारियों से संबंधित रणनीति में आरएसएस (संघ) की सलाह और सक्रिय भागीदारी होगी।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की नाराजगी का खामियाजा भुगतना पड़ा था। ऐन चुनाव से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के विवादित बयान से नाराज आरएसएस ने बीजेपी को अपेक्षित समर्थन नहीं दिया। परिणाम स्वरूप बीजेपी देश में पूर्ण बहुमत से दूर रह गई थी तो वहीं महाराष्ट्र में उसकी सीटें 23 से घटकर 9 हो गई।
मुंबई में उसके दो सांसद जीतते-जीतते हार गए। इसी पृष्ठभूमि में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने आरएसएस को मनाने की रणनीति अपनाई और अब कहा जा रहा है कि बीजेपी की मनुहार के बाद आरएसएस भी एक बार फिर से मदद को तैयार हो गया है।
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केरल में आयोजित तीन दिवसीय समन्वय बैठक के बाद आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि अब संघ से एक बयान आया है कि यह परिवार का मामला है और इसे सुलझा लिया गया है। परिवार में सब कुछ ठीक ठाक है, ऑल इज वेल।
सूत्रों के अनुसार, विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचार रणनीति तय करने में संघ अहम भूमिका निभाएगा। विधानसभा चुनाव की तैयारियों से संबंधित बीजेपी की बैठकों में आरएसएस के पदाधिकारी भी मार्गदर्शन के लिए मौजूद रहेंगे। भाजपा की विधानसभा से संबंधित बूथवार बैठकों में भी संघ का के प्रतिनिधि शामिल होंगे। तो वहीं संघ के सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ता भी बीजेपी के उम्मीदवारों के प्रचार में सक्रीय रूप से हिस्सा लेगें। जबकि बीजेपी, मुंबई में संघ के साथ हुए समझौते के तहत हिंदुत्व के एजेंडे पर ही चुनाव लड़ेगी।
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बीजेपी में महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों के लिए अलग-अलग रणनीति पर तैयारी चल रही है। बीजेपी ने मराठवाडा, विदर्भ, पश्चिम महाराष्ट्र, कोकण और मुंबई के लिए अलग-अलग रणनीति बनाई है। मसलन, मराठा आंदोलन के कारण बीजेपी को लोकसभा चुनाव में मराठवाडा में नुकसान उठाना पड़ा था तो वहीं विदर्भ में ओबीसी उससे नाराज हो गए थे। अजित पवार के प्रभाव वाले क्षेत्र में मुस्लिम वोट बैंक महायुति से दूर न जाए, इसका भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए मुंबई के संबंध में रणनीति तय करने के लिए संघ और बीजेपी के प्रमुख नेताओं की मुंबई में रविवार को गुप्त बैठक हुई थी। लोअर परेल स्थित यशवंत भवन के बंद कमरे में करीब छह घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में बीजेपी के मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार सहित अन्य विधायक व मुंबई के पदाधिकारी मौजूद थे लेकिन बाहर आने के बीजेपी के नेताओं और पदाधिकारियों ने कुछ भी खुलासा करने से इनकार कर दिया था। दूसरी तरफ आरएसएस के एक पदाधिकारी ने बैठक को एक “नियमित” बैठक बता कर कुछ अधिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था।