
कांग्रेस और भाजपा (सौजन्य-IANS)
Mumbai News: बीएमसी चुनाव से पहले मालाड-पश्चिम स्थित मालवणी इलाके में की गई बीजेपी सरकार की तोड़क कार्रवाई पर कांग्रेस ने सोमवार को जोरदार पलटवार किया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव व मुंबई कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सचिन सावंत ने गुरुवार को आरोप लगाया कि भाजपा ने ‘रोहिंग्या-बांग्लादेशी’ का झूठा लेबल लगाकर गरीब हिंदू और दलित परिवारों के घर तुड़वाए हैं, जबकि उनके पास सभी वैध कागजात मौजूद हैं.
मंबई प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सावंत ने कहा कि मालवणी में बीजेपी का ‘बांग्लादेशी-रोहिंग्या’ नारा पूरी तरह झूठा है. यह सिर्फ बीएमसी चुनाव में हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण करने की साजिश है.” उन्होंने सवाल उठाया, “केंद्र में बीजेपी की सरकार को 11 साल हो गए हैं, अगर बांग्लादेशी आ रहे हैं तो क्या यह गृह मंत्री अमित शाह की विफलता नहीं है? प्रेस कॉन्फ्रेंस में सावंत के साथ मालवणी के उन पीड़ित परिवारों के लोग भी मौजूद थे, जिनके घर तोड़े गए. इनमें पृथ्वीराज श्रीरंग माने, गंगा नयंद्रा भालेराव और लक्ष्मी देवेकर जैसे हिंदू व दलित नागरिकों ने बताया कि उनकी बस्ती 25 साल से अस्तित्व में थी, लेकिन उन्हें अपनी वैधता साबित करने का एक मौका भी नहीं दिया गया.
सावंत ने राज्य मंत्री मंगल प्रभात लोढा पर सीधा निशाना साधते हुए उनके इस्तीफे की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि कार्रवाई के लिए अधिकृत नहीं होने के बाद भी लोढा ने अधिकारियों को सीधे झुग्गियों को तोड़ने के आदेश दिए. यह कार्रवाई पूर्वनियोजित और राजनीतिक थी. उन्होंने मांग की कि लोढ़ा को मंत्रिमंडल से हटाया जाए और अवैध विध्वंस में शामिल अधिकारियों को निलंबित किया जाए. कांग्रेस नेता ने मंगल प्रभात लोढा पर गरीबों की जमीन हड़पने का भी आरोप लगाया.
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उन्होंने कहा, “लोढा बिल्डर हैं, समाजसेवी नहीं. मालवणी की बीएमसी कैटल फील्ड पर अब लोढा टावर बन रहा है. इस तरह से गरीबों का शोषण ही बीजेपी का असली चेहरा है.” सावंत ने कहा कि कांग्रेस इस मामले को कानूनी और राजनीतिक, दोनों मोर्चों पर लड़ेगी. उन्होंने जोर देकर कहा, “हमारा लक्ष्य विवाद पैदा करना नहीं, बल्कि विकास लाना है. बीजेपी की इस क्रूर सत्ता-लिप्सा का हम विरोध करते हैं.”






