सीएम फडणवीस , उद्धव ठाकरे (pic credit; social media)
Maharashtra News: निकाय चुनाव नजदीक आते ही महाराष्ट्र की सियासत में वोट चोरी का मुद्दा गरमा गया है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आदेश दिया है कि वे अपने-अपने वार्ड में जाकर मतदाता सूची की गहन जांच करें। वहीं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले अपनी खामियों का अध्ययन करें और समझें कि जनता ने उन्हें क्यों नकारा।
रविवार को दहिसर में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसैनिक घर-घर जाकर फर्जी वोटरों की तलाश करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अभी से सतर्कता नहीं बरती गई तो चुनाव के दिन उन लोगों के नाम पर भी मतदान हो जाएगा जो असल में मतदाता नहीं हैं। ठाकरे ने आरोप लगाया कि पिछले चुनावों में बड़े पैमाने पर वोट चोरी और डबल वोटिंग हुई थी।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा में वोटरों की संख्या अचानक 42-42 लाख तक बढ़ गई। यह सवाल बड़ा है कि ये नए वोटर कौन हैं। ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा—“आंखों में तेल डालकर वोटर लिस्ट जांचो, ताकि इस बार किसी भी तरह की धांधली न हो।”
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय चुनाव आयोग पर सीधा आरोप लगाया कि मतदाता सूची में गड़बड़ी कर भाजपा को फायदा पहुंचाया जा रहा है। महाराष्ट्र विधानसभा में भी विपक्षी दल इस मुद्दे पर हमलावर हैं। कांग्रेस ने इसे लेकर मोर्चा खोल दिया है और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
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मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी वोटर लिस्ट की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को चेताया कि अगर समय रहते सतर्क नहीं हुए तो चुनाव में फिर से नुकसान उठाना पड़ेगा। राज ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जनता ने मनसे को वोट दिया था, लेकिन वे वोट सही तरीके से गिने ही नहीं गए।
वोट चोरी के आरोपों पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा—“दिल बहलाने के लिए ख्याल अच्छा है गालिब, लेकिन सच को स्वीकार किए बिना विपक्ष की स्थिति नहीं बदलेगी।” फडणवीस ने याद दिलाया कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार जीते थे, तब केंद्र और महाराष्ट्र दोनों जगह कांग्रेस की सरकार थी। पंद्रह साल तक सत्ता में रहने के बाद भी कांग्रेस क्यों हारी, इसका अध्ययन करना चाहिए।
फडणवीस ने कहा कि विपक्ष जनता का भरोसा खो चुका है और अब चुनाव आयोग पर आरोप लगाकर अपनी हार का ठीकरा दूसरों पर फोड़ रहा है। उन्होंने दो टूक कहा कि जनता ने भाजपा को स्वीकार किया है और विपक्ष को आत्ममंथन करने की जरूरत है।
महाराष्ट्र की राजनीति में निकाय चुनाव से पहले वोट चोरी का मुद्दा केंद्र में आ गया है। उद्धव और राज ठाकरे जहां कार्यकर्ताओं को सतर्क कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस और राहुल गांधी भी आक्रामक हैं। दूसरी ओर, फडणवीस विपक्ष को याद दिला रहे हैं कि जनता का विश्वास खोने के बाद अब बहानेबाजी से कोई फायदा नहीं होगा।