मनोज जरांगे और नारायण राणे (फाइल फोटो)
मुंबई. मराठा आंदोलनकारी मनोज जरांगे पाटिल ने रविवार को पहली बार बीजेपी के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर हमला बोला। मनोज ने कहा कि मैं नारायण राणे का सम्मान करता हूं। इसलिए उन्हें कुछ नहीं कहते हूं लेकिन मैं शांत हूं तो राणे मुझे खोखली धमकी न दें। अन्यथा यदि मैं एक बार शुरू हो गया तो रुकूंगा नहीं। ऐसी चेतावनी देते हुए मनोज जरांगे ने पूर्व सांसद पुत्र नीलेश राणे से अपने पिता नारायण राणे को समझाने की अपील की। उन्होंने कहा कि राणे मुझे धमकी न दें।
शनिवार को सिंधुदुर्ग बीजेपी की विस्तारित कार्यकारिणी के अधिवेशन का उद्घाटन सांसद नारायण राणे व पालक मंत्री रवींद्र चव्हाण ने किया था। इस दौरान राणे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ टिप्पणी करने वाले उद्धव ठाकरे को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, जबकि देवेंद्र फडणवीस की आलोचना करने वाले मनोज जरांगे की मराठवाड़ा जाकर खबर लेंगे। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अकेले नहीं हैं। मैं और हम सभी उनके साथ हैं। जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरने को तैार हैं, ऐसा कहते हुए उन्होंने ये भी कहा था कि मनोज जरांगे को बीजेपी नेताओं के बारे में बात नहीं करनी चाहिए।
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नारायण की चेतावनी पर मनोज जरांगे ने रविवार को कहा कि मुझे कोई भी गीदड़ भभकी ने दे, फिर चाहे वो नारायण राणे हो या कोई और। मैं किसी से नहीं डरता। मैं ओबीसी कोटे से ही आरक्षण ले कर रहूंगा। मेरा मराठा समाज भी ओबीसी से ही आरक्षण लेगा। हम देवेंद्र फडणवीस का सम्मान करते हैं। लेकिन नया क्या निकाल रहे हैं? पता नहीं। मेरा मानना है कि गरीबों की सत्ता आनी चाहिए। मैं ऐसे ही कदम उठा रहा हूं, जिससे गरीबों को लाभ होगा। यदि गरीबों का कल्याण करना है तो उन्हीं लोगों को सत्ता में बैठना चाहिए।