ठाणे : रायगढ़ पुलिस (Raigad police) ने सोशल मीडिया (Social Media) पर सामाजिक कार्यकर्ता अप्पासाहेब धर्माधिकारी (Appasaheb Dharmadhikari) के नाम से एक फर्जी पत्र साझा करने के आरोप में पुणे से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पत्र में कहा गया था कि धर्माधिकारी हाल ही में एक समारोह में उन्हें दिया गया महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार वापस कर देंगे।
गौरतलब है कि पड़ोसी रायगढ़ जिले के खारघर इलाके में 16 अप्रैल को आयोजित एक भव्य समारोह में शामिल होने के बाद लू लगने से 14 लोगों की मौत हो गई थी। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने इस कार्यक्रम में आध्यात्मिक नेता एवं समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दिया था। अधिकारी ने बताया कि रायगढ़ पुलिस ने वाणिज्य में स्नातक कर चुके शुभम काले को फर्जी पत्र साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि आरोपी को सोमवार को अलीबाग की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। इस बीच, रायगढ़ की रेजिडेंट उप जिला अधिकारी पद्मश्री बैनडे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पुरस्कार समारोह के बाद लू लगने से जान गंवाने वाले 14 लोगों में से हर एक के परिजन को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा घोषित की गई पांच-पांच लाख रुपये की मुआवजा राशि दे दी गई है।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले ये राशि सीधे बैंक खातों में भेजी गई। अधिकारी ने बताया कि समारोह के बाद बीमार पड़ने वालों के लिए मुआवजे की राशि का भुगतान सीधे उन अस्पतालों को किया जाएगा जहां उनका इलाज हुआ था। (एजेंसी)