मोबाइल वैन शुरू करेगी महाराष्ट्र सरकार (फोटो-सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र देवेंद्र फडणवीस सरकार जल्द ही सामाजिक कार्यकर्ताओं की टीमों के साथ मिलकर शहरों में निराश्रित बच्चों को पुनर्वासित करने, चिकित्सा जांच व परामर्श जैसी सुविधाएं प्रदान करने और उन्हें शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मोबाइल वैन शुरू करेगी। महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को इस योजना के राज्यव्यापी कार्यान्वयन को मंजूरी दे दी है।
महाराष्ट्र सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को इस योजना के राज्यव्यापी कार्यान्वयन को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि प्रायोगिक परियोजना को मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय, ठाणे, पुणे, नासिक और नागपुर में सफलतापूर्वक लागू किया गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने बताया, ‘सड़क पर रहने वाले बच्चों को शिक्षा व स्वास्थ्य के उनके मूल अधिकारों से वंचित करना सामाजिक अन्याय है। ‘मोबाइल’ पहल बच्चों को शिक्षा, पोषण, चिकित्सा देखभाल और सामाजिक सुरक्षा तक पहुंच प्रदान करती है।’ उन्होंने कहा कि ‘मोबाइल स्क्वाड’ सड़क पर रहने वाले बच्चों व उनके अभिभावकों को परामर्श देंगे, बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाएंगे और अनाथ व अकेले रहने वाले बच्चों को बाल देखभाल संस्थानों में भर्ती कराएंगे।
तटकरे ने आगे कहा कि मोबाइल वैन के साथ चलने वाली टीम मेडिकल जांच व उपचार की व्यवस्था करेंगी, नशामुक्ति के लिए सहायता प्रदान करेंगी, कुपोषण से पीड़ित या शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों की मदद करेंगी, स्थानीय गैर सरकारी संगठनों व पेशेवरों के माध्यम से पुनर्वास की सुविधा प्रदान करेंगी, नाबालिगों के लिए चिकित्सा एवं व्यावसायिक सेवाएं उपलब्ध कराएंगी और बच्चों को विभिन्न सरकारी योजनाओं तक पहुंच बनाने में मदद करेंगी।
तटकरे ने बताया कि प्रायोगिक चरण के दौरान ‘टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज’ (टिस्स) ने एक सर्वेक्षण किया, जिसमें पता चला कि हमने छह जिलों में 70,000 सड़क पर रहने वाले बच्चों की मदद की है। जिनमें अकेले मुंबई में 37,000 बच्चे शामिल थे। मंत्रिमंडल ने मंगलवार को 29 नगर निगमों में 31 मोबाइल वैन तैनात करने को मंजूरी दे दी, जिसका कुल बजट 8.06 करोड़ रुपये है। 31 वैन में से तीन वैन मुंबई में चलेंगी।