लातूर में दुष्कर्म (कंसेप्ट फोटो)
Latur Crime: महाराष्ट्र के लातूर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। इस खबर ने जिले के बाल आश्रय गृह को शर्मसार कर दिया। लातूर में एक महिला लड़की के साथ जबरदस्ती और उसकी सहमति के बिना उसका गर्भपात कराने की खबर सामने आई है। इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया और बाल आश्रय गृह को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया।
यह मामला तब सामने आया जब लातूर में एचआईवी संक्रमित एक लड़की से 2 साल तक एक बाल आश्रय गृह में कई बार दुष्कर्म और जबरन गर्भपात कराने का आरोप लगाया है। पीड़िता की शिकायत पर शुक्रवार को 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि लड़की द्वारा अपने पैतृक जिले धाराशिव के ढोकी थाने में दर्ज कराई गई। पीड़िता की शिकायत के अनुसार, ये घटनाएं हासेगांव स्थित एचआईवी संक्रमित बच्चों के आश्रय गृह में 13 जुलाई 2023 से इस साल 23 जुलाई के बीच हुईं। उन्होंने कहा, लड़की की शिकायत के अनुसार वह पिछले 2 साल से इस संस्था में थी।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि बाल गृह के एक कर्मचारी ने कथित तौर पर उससे 4 बार दुष्कर्म किया। कर्मचारी ने उसे इस घटना के बारे में किसी को न बताने की धमकी भी दी। पीड़िता ने बताया कि इसकी शिकायत संस्था प्रबंधन से भी की थी। पीड़िता के अनुसार संस्था के प्रबंधन ने उसकी कोई मदद नहीं की और यहां तक कि उसने अधिकारियों के लिए जो पत्र लिखकर शिकायत पेटी में डाला था, उसे भी फाड़कर फेंक दिया।
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ समय बाद जब वह बीमार पड़ी तो उसे अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में जांच के दौरान पता चला कि पीड़िता 4 महीने की गर्भवती है। आरोपियों को इस बारे में जैसे ही पता चला तो वे घबरा गए। आरोपियों ने पीड़िता का गर्भपात कराने का प्लान बनाया।
इसके बाद आरोपियों ने उसकी सहमति के बिना एक डॉक्टर से गर्भपात करवा दिया। अधिकारी ने बताया कि ढोकी पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें संस्था के संस्थापक और अधीक्षक, दुष्कर्म करने वाला कर्मचारी और गर्भपात कराने वाला डॉक्टर भी शामिल हैं।