NCP नेता जितेंद्र आव्हाड (pic credit; social media)
मुंबई: महाराष्ट्र में निकाय चुनावों से पहले सियासी पारा बढ़ने लगा है। खबर आ रही है कि एनसीपी (शरद पवार गुट) के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब जयंत पाटिल की जगह सतारा के वरिष्ठ मराठा नेता और पश्चिमी महाराष्ट्र से आने वाले शशिकांत शिंदे को ये जिम्मेदारी मिलने की संभावना है। लेकिन जितेंद्र आव्हाड ने इन खबरों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा है कि यह शरारत के अलावा कुछ नहीं है।
बता दें कि जयंत पाटिल ने 10 जून को पार्टी के स्थापना दिवस समारोह के दौरान सार्वजनिक रूप से पद छोड़ने की इच्छा जताई थी। उस समय, स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं ने भावुक होकर उनके भाषण को बीच में ही रोक दिया था और विरोध जताया था। अगले हफ्ते आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है। एनसीपी इसको लेकर 15 जुलाई को एक बैठक करेगी।
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जयंत पाटिल के इस्तीफे पर क्या बोले जितेंद्र आव्हाड?
जितेंद्र आव्हाड ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, जयंत पाटिल साहब प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनके इस्तीफे की खबर फैलाना सरासर शरारत है। पार्टी एक निश्चित नियम और अनुशासन के तहत चलती है। समाचार चैनलों समेत कुछ मीडिया संगठन खबरें चला रहे हैं कि पाटिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और पार्टी नेता एवं विधानपरिषद सदस्य शशिकांत शिंदे उनके उत्तराधिकारी बनने वाले हैं। ये शरारत है।
मा. जयंत पाटील साहेब हे प्रदेशाध्यक्ष आहेत. त्यांच्या राजीनाम्याच्या बातम्या प्रसारीत होणे , हा निव्वळ खोडसाळपणा आहे. पक्ष एका नियमानुसार अन् शिस्तीनुसारच चालत असतो.@PawarSpeaks @supriya_sule @Jayant_R_Patil
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) July 12, 2025
इस्तीफे को लेकर पार्टी के अंदर दो राय देखने को मिल रही हैं। जहां एक ओर जितेंद्र आव्हाड ने इन खबरों को निराधार बताया है, वहीं दूसरी ओर एनसीपी के विधायक रोहित पवार ने मीडिया से बात करते हुए यह स्वीकार किया कि जयंत पाटिल इस्तीफा देने जा रहे हैं और 15 जुलाई को नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। रोहित पवार के अनुसार, उसी दिन जयंत पाटिल खुद नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेंगे।
शशिकांत शिंदे बनाए जा सकते हैं नए अध्यक्ष
इस बीच विधान परिषद सदस्य शशिकांत शिंदे का नाम संभावित नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चर्चा में है। सूत्रों के अनुसार, शिंदे को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है और 15 जुलाई को वे पदभार ग्रहण कर सकते हैं।
पिछले वर्ष महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद अब स्थानीय निकाय चुनाव का दौर शुरू होने जा रहा है। ऐसे में एनसीपी-एसपी में यह संभावित नेतृत्व परिवर्तन चुनावी रणनीति के लिहाज से अहम माना जा रहा है।अब देखना होगा कि पार्टी इस परिवर्तन को किस दिशा में ले जाती है। क्या जयंत पाटिल वास्तव में पद छोड़ते हैं या यह केवल आंतरिक रणनीति का हिस्सा है? 15 जुलाई को होने वाली औपचारिक घोषणा पर सभी की निगाहें टिकी हैं।